बिहार के दूसरे सुरंग से गुजरी पहली 40 वैगन वाली मालगाड़ी, लेकिन हरी झंडी मिलने में अभी है समय

बिहार के दूसरे सुरंग पर काम चल रहा है। जमालपुर-रतनपुर स्टेशन के बीच बने नए सुरंग में पटरी बिछाने के बाद शुरू हुई गिट्टी भराई का काम। नवंबर आखिरी या दिसंबर के पहले सप्ताह में मुख्या संरक्षा आयुक्त करेंगे जांच मिलेगी हरी झंडी।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 02:55 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 02:55 PM (IST)
बिहार के दूसरे सुरंग से गुजरी पहली 40 वैगन वाली मालगाड़ी, लेकिन हरी झंडी मिलने में अभी है समय
जमालपुर-रतनपुर स्टेशन के नये रेलवे सुरंग से गुजरी ट्रेन।

संवाद सूत्र, जमालपुर (मुंगेर)। जिले के जमालपुर-रतनपुर स्टेशन के नये रेलवे सुरंग में पटरी बिछाने का काम पूरा हो गया है। सुरंग से 40 वैगन (डिब्बे) वाली पहली मालगाड़ी सुरक्षित गुजरी। सभी वैगन रेलवे का पत्थर से भरा था। अभी रेलवे ट्रैक में पत्थर भराई का काम तेजी से चल रहा है। विद्युतीकरण काम भी अंतिम चरण में है। सुरंग निर्माण में लगे अभियंताओं व कर्मियों ने अबीर और गुलाल लगाकर एक दूसरे को बधाइयां दी। नवंबर के आखिरी या दिसंबर के पहले सप्ताह में मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरस) जांच करने पहुंचेंगे।

सीआरएस की जांच रिपोर्ट आने के बाद नये सुरंग से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। पूर्व रेलवे का यह अहम प्रोजक्ट है। सुरंग में ट्रेनों का परिचालन शुरू होने के बाद यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। लगभग दो किमी तक एक ही लाइन पर परिचालन होने के कारण अभी ट्रेनों को रतनपुर या फिर जमालपुर में रोकना पड़ता है, परिचालन सामान्य होने से इससे निजात मिलेगी। इस मौके पर उप मुख्य अभियंता (निर्माण) रंजीत कुमार, अभियंता( निर्माण) हेमंत कुमार, वरीय अनुभाग अभियंता( निर्माण) निरंजन कुमार सहित अन्य रेलकर्मी थे।

दोनों तरफ पैदल चलने का रास्ता

राज्य का पहला सुरंग भी जमालपुर में है। पुराने सुरंग के पास ही नए सुरंग का निर्माण हो रहा है। नए रेल सुरंग में आस्ट्रेलिया की तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। रेलवे के इंजीनियर ने कहा कि नए सुरंग पहले की सुरंग से अलग बनाया गया है। इसकी डिजाइन भी अलग है। सुरंग के ऊपरी और चारों तरफ के हिस्सों को नया लुक दिया गया है। सुरंग के दोनों ओर बड़ी आबादी है। लोग सुरंग होकर ही आना-जाना करते हैं। पुराने सुरंग की चौड़ाई कम होने से लोगों को दिक्कत होती है। ऐसे में नए सुरंग में पैदल चलने के लिए दोनों तरफ से छह-छह फीट का रास्ता भी दिया गया है, सुरंग से गुजरते वक्त कोई ट्रेन भी आ जाए तो दिक्कत नहीं होगी।

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