एनआइटी दिल्ली के फाइन ईयर के छात्र फांसी लगाकर दे दी जान, लॉकडाउन में आया था सहरसा
सहरसा में इंजीनियरिंग के छात्र ने आत्महत्या कर ली। वह एनआइटी दिल्ले के फाइनल ईयर का छात्र था। लॉकडाउन के दौरान वह अपने पैतृक घर सहरसा आया था। फलिहाल वह यहीं पर रह रहा था। इसी दौरान उसने फांसी लगाकर जान दे दी।
संसू, सहरसा। सदर थाना क्षेत्र के सिमराहा निवासी अजीत यादव के पुत्र लोकेश राज उर्फ लनसन ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक इंजीयङ्क्षरग की पढ़ाई कर रहा था। सूचना मिलते ही सिमराहा पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम शुक्रवार की सुबह कराकर शव स्वजनों को सौंप दिया गया। दिल्ली में इंजीनियङ्क्षरग की पढ़ाई कर रहे लोकेश राज पिछले लॉकडाउन से ही सहरसा में रह रहा था। गुरूवार की रात घर के एक कमरे में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घर में छोटा भाई गुलशन के आने पर चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग जुटे। घर में उस समय उसके माता- पिता भी नहीं थे। मौत का स्पष्ट कारण पता नहीं चला है। स्वजन कहते है कि लनसन को कोई टेंशन नहीं था। लेकिन आत्महत्या क्यों की यह पता नहीं चल पा रहा है। सदर थानाध्यक्ष राजमणि ने बताया कि मामला आत्महत्या का है। इस मामले में शव का पोस्टमार्टम कराकर शव उसके स्वजनों को सौंप दिया गया है।
एनआईटी दिल्ली में अंतिम वर्ष का छात्र था लोकेश
जिले के सलखुआ के मूल निवासी अजीत यादव फफक-फफक कर रोते हुए कहते है कि मेरा बेटा काफी प्रतिभावान था। एनआईटी दिल्ली में इंजीनियङ्क्षरग कर रहा था। वहां वह अंतिम वर्ष का छात्र था। अभी लॉकडाउन के कारण ही घर आया हुआ था। गुरूवार को दिन में उसने अंतिम बार अपनी मां से बात किया था। उसकी मां अरूणा देवी पटना में घर बनाने के लिए गयी थी। गुरूवार को करीब तीन बजे उसने अपनी मां से बातचीत की थी। जब भी मुझे फोन करता तो यह पहले पूछता कि खाना खाये, अब कौन पूछेगा... यह कहते कहते वे रो पड़ते है। सिमराहा गांव में हर कोई उसकी प्रतिभा की तारीफ करता है। उसकी पढाई के लिए ही पटना में उसकी मां के देखरेख में दो महीने के अंदर घर का निर्माण किया गया। जिसके लिए घर बनाया वहीं दुनिया से अलविदा हो गया।