इस माह में रोज पर्व-त्योहार, बजेगी शहनाई

भागलपुर मतदान समाप्ति के साथ ही त्योहारी सीजन शुरू हो गया है। इस माह हर रोज पर्व-त्योह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Nov 2020 07:52 PM (IST) Updated:Wed, 04 Nov 2020 07:52 PM (IST)
इस माह में रोज पर्व-त्योहार, बजेगी शहनाई
इस माह में रोज पर्व-त्योहार, बजेगी शहनाई

भागलपुर : मतदान समाप्ति के साथ ही त्योहारी सीजन शुरू हो गया है। इस माह हर रोज पर्व-त्योहार है। इसके बाद शादी की शहनाई भी बजनी शुरू हो जाएगी। कुछ दिनों बाद ही काली पूजा, धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन, भैया दूज, चित्रगुप्त पूजा, गोपाष्टमी और छठ का महापर्व है, जिसकी तैयारी में लोग जुट गए हैं। छठ मइया के गीत बजने से माहौल भक्तिमय होने लगा है। बाजार में रौनक लौटने लगी है। 14 नवंबर को काली पूजा है। मूर्तिकार मां काली की प्रतिमाओं के निर्माण में तेजी से जुटे हैं। पंडित सचिन कुमार दुबे बताते हैं कि शनिवार की रात मां काली की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। प्रतिमा स्थापना की रात ही दीपावली मनाई जाएगी। लक्ष्मी और कुबेर भगवान का भी पूजन किया जाएगा। दीपावली की सुबह रविवार को गोमाता गोवर्धन की पूजा की जाएगी। एक दिन बाद 16 नवंबर यानी सोमवार को भैया दूज मनाया जाएगा। यह पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र के लिए कामना करती हैं और तिलक लगाती हैं। इसी दिन चित्रगुप्त पूजा भी है। सूर्य उपासना का चार दिवसीय महापर्व छठ 18 नवंबर से नहाय-खाय के साथ शुरू हो जाएगा। खरना 19 नवंबर को होगा। 20 नवंबर को संध्याकालीन अ‌र्घ्य और 21 नवंबर को उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन होगा। छठ के दूसरे दिन 22 नवंबर को गोपाष्टमी मनाया जाएगा । 23 नवंबर सोमवार को अक्षय नवमी का व्रत होगा। इसमें आंवला वृक्ष के नीचे पूजा अर्चना और दान करने का विधान है। 25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी व्रत होगा। इस दिन उपवास रहकर भगवान विष्णु की आराधना की जाती है। 29 नवंबर रविवार को बैकुंठ चतुर्दशी होगा। कार्तिक पूर्णिमा 30 नवंबर को होगा। इस दिन गंगा स्नान कर पूजा पाठ करने और दीपदान करने का विशेष महत्व बताया गया है। देवोत्थान एकादशी के बाद शादी विवाह का दिन आरंभ हो जाएगा।

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