भागलपुर में प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने खाया जहर, हुई मौत
भागलपुर के जोगसर थानाक्षेत्र के ग्वाल टोली देशावर बासा स्थित घर मे 62 वर्षीय सविता मिश्रा ने खाया जहरीला पदार्थ। प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने उठाया यह कदम हो गई मौत। बेटी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज हुई है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर के जोगसर थानाक्षेत्र के ग्वालटोली स्थित देशावर बासा निवासी 62 वर्षीय सविता मिश्रा की मौत सोमवार की दोपहर जहरीला पदार्थ खाने से हो गई। परिवार के सदस्य राजेश मिश्रा उर्फ बबलू की प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। महिला ने तब जहरीला पदार्थ खाया जब उसकी बड़ी बेटी अंजली घर से कुछ फर्लांग दूरी पर मौजूद मंदिर में पूजा करने गई थी। छोटी बहन है दीक्षा टयूशन पढ़ने गई थी। जैसे दोनो घर आईं तो देखा कि मम्मी काली जलती कर फ्ही घी।
मुंह से झाग निकल रहा था। दोनों ने आनन-फानन में मां को लोकनायक जयप्रकाश सदर अस्पताल ले गई। जहां से बेहतर उपचार के लिए जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया जहां उपचार के क्रम में दोपहर को सविता ने दम तोड़ दिया। सविता अपनी दो बेटियों के साथ परिवार के संयुक्त भवन में रहती थी। बड़ी बेटी अंजली ने बसरी थानाध्यक्ष नवनीश कुमार को बताया कि देशावर बासा स्थित घर में दोनो बहनें मां के साथ रह रहे थे। चार साल पूर्व पिता मृत्युंजय कुमार मिश्र की मौत बीमारी से हो गई थी। घर-परिवार के ही राजेश मिश्रा उर्फ बबलू मां को पिता की मौत बाद से काफी परेशान करता था।
कभी मकान में किरायेदार रख परेशान करता। उसकी मंशा संपत्ति पर दखल करने की रहती थी। बेटी के फर्द बयान पर बरारी कैम्प थाने में केस दर्ज कराते हुए राजेश को आरोपित बनाया है। अंजली और दीक्षा ने बताया कि जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में मां को भर्ती कराने के बाद नर्स और चिकिसकों ने उपचार में काफी लापरवाही बरती समय पर इंजेक्शन देना तक मुनासिब नहीं समझा। चिकित्सक चाहते तो उसे बचाया जा सकता था। लेकिन गंभीरता से इलाज नहीं करने के कारण उसे नहीं बचाया। हालांकि चिकिसकों और ड्यूटी पर तैनात नर्स ने उपचार में पूरी तत्परता दिखाने की बात कही है।