मुंगेर दुर्गा पूजा गोली कांड: अनुराग के पिता को मिलेंगे 10 लाख, कोर्ट के आदेश के बाद डीएम ने दिया सहमति पत्र

मुंगेर में दुर्गा पूजा के दौरान प्रतिमा विसर्जन में हुई फायरिंग में अनुराग की मौत हो गई थी। अब अदालत के आदेश में उनके पिता को 10 लाख रुपये मिलेंगे। गृह विभाग ने राशि स्वीकृत कर दी है। मौत के बाद मुंगेर में कफी प्रदर्शन हुआ था।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 02:49 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 02:49 PM (IST)
मुंगेर दुर्गा पूजा गोली कांड: अनुराग के पिता को मिलेंगे 10 लाख, कोर्ट के आदेश के बाद डीएम ने दिया सहमति पत्र
मुंगेर के जिलाधिकारी नवीन कुमार ने अनुराग के स्‍वजन को सहमति पत्र दिया।

भागलपुर, ऑनलाइन डेस्‍क। मुंगेर में में दुर्गापूजा के दौरान मूर्ति विसर्जन में फायरिंग हुई थी। फायरिंग में अनुराग कुमार की मौत हो गई थी। इस मामले में अब अदालत ने एक फैसले में अनुराग के पिता को 10 लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान मिलेगा। गृह विभाग ने राशि के भुगतान की स्वीकृति दे दी है। इस राशि की निकासी मुंगेर के जिलाधिकारी के स्तर से की जाएगी।

इस घटना के बाद अनुराग के पिता अमरनाथ पोद्दार ने बिहार उच्‍च न्‍यायालय में याचिका दायर की थी। हाई कोर्ट ने सात अप्रैल को ही एक माह के अंदर 10 लाख रुपये का क्षतिपूर्ति भुगतान करने का निर्देश दिया था, मगर हाई कोर्ट के आदेश के विरुद्ध राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई थी। चार जून को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को खारिज कर दिया। इसके बाद हाई कोर्ट के निर्देश का अनुपालन करते हुए राशि भुगतान की कार्रवाई शुरू हुई।

दोगुने भुगतान के लिए ली गई विशेष स्वीकृति : इस तरह के क्षतिपूर्ति के मामलों में मृतक के आश्रितों को पांच लाख की राशि देने का ही प्रविधान है, मगर कोर्ट के द्वारा 10 लाख की राशि भुगतान करने का निर्देश मिला था। ऐसे में 18 जून को वित्त विभाग की सहमति और मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति से क्षतिपूर्ति की राशि को बढ़ाकर 10 लाख किया गया है।

इसके बाद अमरनाथ पोद्दार को मुंगेर के जिलाधिकारी नवीन कुमार ने 10 लाख रुपए मुआवजा देने के लिए सहमति पत्र दे दिया। स्‍वजनों ने कहा दोषियों को न्याय मिलने के बाद ही अनुराग के आत्मा को शांति मिलेगी। यहां बता दें कि दुर्गा पूजा में विसर्जन के दौरान फायरिंग में अनुराग की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद कई माह तक मुंगेर में आंदोलन होता रहा है। इस कार्रवाई में कई प्रशासनिक अधिकारियों पर भी गाज गिरी थी। राज्‍य सरकार और जिला प्रशासन की काफी आलोचना भी हुई थी।

chat bot
आपका साथी