Fashion: फैशन ने बदला बाजार का ट्रेंड, युवाओं को लुभाने लगा भागलपुरी बंडी, शर्ट व कुर्ता

Fashion फैशन के बदलते ट्रेंड के अनुसार खादी भी खुद को बदलने लगी। यहां टेलरिंग की व्यवस्था बेहतर नहीं होने से दूसरे प्रदेशों से मंगाए जाते हैं अधिकांश रेडिमेड कपड़े। भागलपुर कपड़ा का डिमांड भी बढ़ता जा रहा है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 10:41 AM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 10:41 AM (IST)
Fashion: फैशन ने बदला बाजार का ट्रेंड, युवाओं को लुभाने लगा भागलपुरी बंडी, शर्ट व कुर्ता
भागलपुर में बन रहा खादी का कपड़ा।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Fashion: स्मार्ट सिटी भागलपुर के युवाओं में फैशन का नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। युवाओं को खादी के शर्ट, बंडी, कुर्ता आदि खूब भा रहे हैं। फैशन के ट्रेंड में आए इस बदलाव से खादी उत्पादन और व्यवसाय से जुड़े लोग गदगद नजर आ रहे हैं। खादी निर्माण से जुड़े लोगों का मानना है कि युवाओं में खादी को लेकर बढ़ते क्रेज से नई उम्मीद जगी है। खादी की बिक्री बूम करेगी तो खादी के दिन फिर से बहुरेंगे।

भागलपुर जिला खादी ग्रामोद्योग संघ के सचिव वरुण कुमार सिंह ने कहा कि युवाओं का झुकाव खादी की तरफ बढ़ा है। खादी के फूल शर्ट, हाफ शर्ट, टी शर्ट, कुर्ता पायजामा आदि की बिक्री बढ़ी है। भागलपुर में टेलरिंग की व्यवस्था उतनी बेहतर नहीं है। इस कारण खादी के अधिकांश रेडिमेड कपड़े दूसरे प्रदेशों से मंगाए जाते हैं, क्योंकि दूसरे प्रदेशों में अत्याधुनिक मशीन और टेलरिंग की व्यवस्था है। बेहतर फिनिशिंग के कारण रेडिमेड कपड़ों के शौकीन युवाओं को खूब भा रहा है। भागलपुर सिल्क खादी समिति के सचिव मु. तारिक ने कहा कि युवाओं में खादी को लेकर क्रेज बढ़ा है। फैशन के बदलते ट्रेंड के अनुसार खादी अब खुद को बदलने लगी है। खादी का जैकेट, शर्ट, साड़ी, बंडी, शर्ट आदि खूब पसंद किए जा रहे हैं। खादी के डिजाइनर शर्ट को लेकर युवा क्रेजी हैं।

खासकर पार्टी वेयर शर्ट युवाओं को खूब भा रहा है। 11 सौ से 15 सौ रुपये के कीमत वाले खादी के पार्टी वेयर शर्ट की बिक्री बढ़ी है। मोदी बंडी भी युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है। खादी निर्माण से जुड़े अमलेश कुमार ने कहा कि खादी के समक्ष दो बड़ी समस्या है। खादी की कीमत और खादी लूक। खादी की अधिक कीमत पर जब तक नियंत्रण नहीं किया जाएगा, तब तक खादी को अधिकांश लोगों तक पहुंचाया नहीं जा सका। वहीं, खादी और खादी लुक में बड़ा अंतर है। नई पीढ़ी को खादी और खादी लुक में अंतर बताना होगा। खादी मेला में युवाओं को खादी और खादी लुक के अंतर को समझने में मदद मिलती थी। कोरोना संकट के कारण मेला का आयोजन भी बंद है। खादी मॉल खोला गया है। वहां भी खादी की कीमत काफी अधिक है। इस ओर ध्यान देना होगा।

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