ई-मार्ट के जरिए देश में कहीं भी किसान बेच सकेंगे अपना उत्‍पाद, सीमांचल और कोसी में भी सुविधा उपलब्‍ध

ई-मार्ट के जरिए किसान अब अपना उत्‍पाद कही भी बेच सकते हैं। सीमांचल और कोसी में भी यह सुविधा मिलने लगी है। इससे किसानों को उनके उत्‍पाद का सही मूल्‍य मिल सकेगा। साथ ही वे अपने उत्‍पाद को...

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 03:57 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 03:57 PM (IST)
ई-मार्ट के जरिए देश में कहीं भी किसान बेच सकेंगे अपना उत्‍पाद, सीमांचल और कोसी में भी सुविधा उपलब्‍ध
ई-मार्ट के जरिए किसान अब अपना उत्‍पाद कही भी बेच सकते हैं।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पूर्णिया के किसान भी अब अपना फसल व अन्य उत्पाद बिना किसी बिचौलिया के घर बैठे देश के किसी भी हिस्से में बेच सकेंगे। यह सुविधा उन्हें कॉमन सर्विस सेंटर (वसुधा केंद्र) के माध्यम से मिल सकेगी। जिले क सभी फंक्शनल 700 सीएससी में ई-मार्ट की सुविधा बहाल करने का निर्देश दिया गया है। कामन सर्विस सेंटर के प्रमुख अभिषेक दत्त तिवारी ने बताया कि किसानों को इससे काफी लाभ मिलेगा तथा उन्हें बिचौलियों से मुक्ति मिल सकेगी। फसल लेने से पहले ही किसानों के खाते में शत प्रतिशत राशि चली जाएगी।

नई फसल उगाने वाले किसानों को मिलेगा अधिक लाभ

ई-मार्ट की सुविधा खासकर उन किसानों के लिए बेहद लाभदायक साबित होगी, जो हर साल कोई न कोई नई फसल की पैदावार करते हैं, मगर बिक्री के लिए कोई प्लेटफॉर्म न मिलने पर उन्हें स्थानीय बाजारों में औने पौने दामों में बेचना पड़ता है। जिले में किसान धान, गेहूं के अलावा मक्का और केले की खासी पैदावार करते हैं। हालांकि कुछ किसान इसके अलावा सब्जी, हल्दी आदि की फसलें भी उगाते हैं।

मगर जिला में इन फसलों की बिक्री के लिए कोई उचित प्लेटफॉर्म न होने से किसान उन्हें स्थानीय बाजार में ही औने पौने दामों में बेच देते हैं। इसके चलते जिला के किसानों को नई फसलों से मोहभंग भी होता जा रहा है। लेकिन अब ई-मार्ट पर पंजीकरण कराने वाले किसान घर बैठे ही अपनी फसल को देश के किसी भी कोने में बेच सकेंगे।

ई-मार्ट के जरिए इस तरह होगी बिक्री

जिला प्रबन्धक सीएससी अभिषेक दत्त तिवारी ने बताया कि किसान को कामन सर्विस सेंटर पर जाकर ई-मार्ट पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराना होगा। यह पंजीकरण निशुल्क होगा। पोर्टल पर किसानों को कौन सी फसल और उसकी मात्रा की जानकारी भी दर्ज करानी होगी। इसके बाद पोर्टल से जुड़ी कंपनियां और खरीदार संबंधित फसल की बोली लगाएंगे।

जिस बोलीदाता कंपनी के नाम पर बोली छूटेगी, उसका प्रतिनिधि मौके पर जाकर संबंधित किसान की फसल को देखकर उसकी खरीदारी करेगा। खास बात यह है कि फसल उठाने से पहले ही किसान को फसल का शत-प्रतिशत भुगतान उसके खाते में जमा कर दिया जाएगा। इससे किसान की घर बैठे ही फसल की बिक्री तो होगी ही, साथ ही उसके स्थानीय बाजार रेट से अधिक मुनाफा होगा।

पंजीकरण के लिए इन कागजात की होगी जरूरत

कॉमन सर्विस सेंटर पर किसानों को पंजीकरण के लिए पहचान हेतु पैन कार्ड, वोटर कार्ड, एड्रेस के लिए विद्युत बिल/ ड्राइविंग लाइसेंस/बैंक पासबुक देने होंगे। सीएसीसी संचालक इन कागजातों को किसान के पंजीकरण फॉर्म पर अपलोड करेंगे। उसके बाद उन किसानों को स्वीकृति मिलेगा।

जिले में 700 कामन सर्विस सेंटर फंक्शनल हैं। उन सभी केंद्रों पर ई-मार्ट की सुविधा बहाल करने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं। किसान उन केंद्रों पर जाकर अपने फसल व अन्य उत्पाद अपनी मर्जी के अनुसार देश के किसी भी कोने में बेच सकते हैं। यह सुविधा किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी, उन्हें फसल बिक्री के लिए इधर-उधर भटकना नहीं होगा और फसल की पूरी धनराशि भी खरीद के दौरान ही किसान को मिल जाएगी। -अभिषेक दत्ता तिवारी, प्रबंधक, कामन सर्विस सेंटर।

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