किसान परेशान, व्यापारी बेच रहे पैक्स में धान, सुपौल में इस तरह चल रहा फर्जीवाड़े का खेल

सुपौल में धान की खरीद के नाम पर फर्जीवाड़ा सामने आ रहे हैं। यहां के किसान धान बेचने के लिए परेशान हैं लेकिन व्‍यापरी पैक्‍सों में धान दे रहे हैं। इससे किसानों को सरकारी किमत नहीं मिल पा रही है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 04:29 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 04:29 PM (IST)
किसान परेशान, व्यापारी बेच रहे पैक्स में धान, सुपौल में इस तरह चल रहा फर्जीवाड़े का खेल
सुपौल में धान की खरीद के नाम पर फर्जीवाड़ा सामने आ रहे हैं।

जागरण संवाददाता, सुपौल। सरकार द्वारा निर्धारित दर पर किसानों से धान की खरीदारी करने के मामले में सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश जगहों पर पैक्स अध्यक्षों का अपनी डफली अपना राग है। व्यापारियों और बिचौलियों से धड़ल्ले धान खरीद हो रही है और किसान परेशान हैं। सेङ्क्षटग गेङ्क्षटग के तहत जाने पहचाने लोगों के खाते में राशि डालकर भुगतान का कोरम पूरा कर लिया जा रहा है और उनकी चांदी कट रही है। गंभीरता से जांच पड़ताल हो तो सारे मामले खुलकर सामने आ जाएंगे।

प्रखंड क्षेत्र में 12 पंचायत है जहां सहकारिता विभाग का पैक्स चल रहा है। अधिकांश जगहों पर पैक्स को अपना गोदाम नहीं है और ऐसी स्थिति में पैक्स अध्यक्ष अपने दरवाजे पर ही धान खरीद कर रख रहे हैं। गेहूं बुआई के समय जब किसानों को धान बेचने की मजबूरी बनी थी तब पैक्स द्वारा धान नहीं खरीदा जा रहा था। गेहूं की बुवाई अंतिम समय आते-आते धान की खरीदारी शुरू हुई तो कई किसान चाह कर भी पैक्स में अपना धान नहीं दे सके और ऐसे किसान औने-पौने दाम में अपने-अपने धान को बेच चुके थे। एक तरफ किसान धान बेचने के लिए भटक रहे थे तो दूसरी तरफ पैक्स धान खरीद का लक्ष्य बढ़ाने में मशगूल।

कई किसानों के घर अब भी पड़ा है धान

जानकारी अनुसार प्रखंड क्षेत्र में कई जगहों पर किसानों के घर अभी भी धान पड़ा हुआ है और पैक्स अध्यक्ष उसकी खरीदारी नहीं कर रहे हैं। जबकि व्यापारियों का धान खुले रूप से पैक्सों में जमा कराया जा रहा है। व्यापारी के धान को किसान का धान बताने के लिए भी व्यवस्था बना ली गई है और अपने नजदीकी लोगों का नाम डालकर उसके खाते में राशि डालकर भुगतान का कोरम भी पूरा कर लिया जा रहा है। जानकारी अनुसार कुछ जगहों पर तो एक ही खाताधारी के खाते में बार-बार राशि डाली जा रही है। प्रखंड के टेंगराहा, चांदपीपर, सरायगढ़, बनैनियां, ढ़ोली, भपटियाही, छिटही हनुमाननगर, मुरली सहित अन्य जगहों से कई लोगों ने बताया कि पैक्सों में फिलहाल व्यापारियों का ही धान बिक रहा है।

जांच होने पर खुल जाएगा मामला

सरकारी दर पर किसानों के धान के बदले व्यापारियों से धान खरीद को लेकर उठ रहे सवाल की यदि उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तो सारी स्थिति खुलकर सामने आ जाएगी। क्षेत्र के कुछ जानकारों का कहना है कि जिला स्तर से टीम गठित कर विभिन्न पैक्सों द्वारा खरीद की गई धान और संबंधित किसान के खाते की जांच कराई जाए तो कई राज सामने आ जाएंगे। ऐसे किसानों का कहना है कि किसानों के हित में जांच जरूरी है।

बोले पैक्स अध्यक्ष

प्रखंड के लौकहा पैक्स अध्यक्ष विजेंद्र यादव, छिटही हनुमान नगर पैक्स अध्यक्ष कृष्ण कुमार राय, शाहपुर-पृथ्वीपट्टी पैक्स अध्यक्ष अवधेश प्रसाद ङ्क्षसह, सरायगढ़ पैक्स अध्यक्ष बैद्यनाथ प्रसाद यादव, लालगंज बगेवा टेंगराहा पैक्स अध्यक्ष महादेव प्रसाद यादव, ढोली पैक्स अध्यक्ष राम कुमार ङ्क्षसह से इस बाबत संपर्क किया। पैक्स अध्यक्षों का कहना था की पहली खेप में जो धान की खरीद की गई उसका मिलर द्वारा चावल उपलब्ध नहीं कराया गया है। इस कारण वर्तमान समय में धान की खरीदारी नहीं हो रही है। पैक्स अध्यक्षों ने बताया कि व्यापारियों से धान खरीदने की बात सरासर गलत है। बताया कि राशि नहीं रहने के कारण किसानों का धान नहीं लिया जा रहा है और इसलिए किसान सवाल खड़ा कर रहे हैं।

प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी जयशंकर झा ने बताया कि पैक्स अध्यक्षों द्वारा किसानों से धान की खरीद की जा रही है। उन्होंने कहा कि धान खरीद की पूरी निगरानी की गई है। जहां कहीं से भी किसानों द्वारा शिकायत की गई उसका निष्पादन भी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों से धान खरीद किए जाने की बात उन तक नहीं पहुंची है। यदि इस तरह की शिकायतें मिलेगी तो आवश्यक कार्रवाई होगी। बोले कि जो भी किसान पैक्स में धान देना चाह रहे हैं उन सभी का धान खरीद किया जाएगा।

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