खिड़कियों से गिर रहे चिट-पूर्जे, केंद्राधीक्षक को नहीं चला पता

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय बहुद्देशीय प्रशाल में मंगलवार से लॉ की परीक्षा शुरू हुई। पहले दिन चिट-पुर्जे का जमकर इस्तेमाल हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Sep 2018 08:37 PM (IST) Updated:Tue, 25 Sep 2018 08:37 PM (IST)
खिड़कियों से गिर रहे चिट-पूर्जे, केंद्राधीक्षक को नहीं चला पता
खिड़कियों से गिर रहे चिट-पूर्जे, केंद्राधीक्षक को नहीं चला पता

भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय बहुद्देशीय प्रशाल में मंगलवार से लॉ की परीक्षा शुरू हुई। प्रथम पाली की परीक्षा में नकल होती रही लेकिन केन्द्राधीक्षक तक को पता नहीं चल सका। छात्र चिट-पुर्जे लेकर परीक्षा केंद्र में न सिर्फ प्रवेश कर गए, बल्कि दो घटे तक उसे अपने पास में रखे रहे। परीक्षा के दौरान छात्रों ने चिट-पुर्जे का इस्तेमाल किया और फिर उसे बाहर फेंक दिया। इस बात की जानकारी न तो केन्द्राधीक्षक हुई और न ही वीक्षक छात्र को चोरी करते हुए पकड़ सके। केन्द्राधीक्षक से जब चिट-पुर्जे के संबंध में पूछा गया तो वे इस मामले में अनजान बने रहे। चिट-पुर्जे की बात ही झुठलाने लगे।

बहुद्देशीय प्रशाल के ग्राउंड और प्रथम चल पर लॉ की परीक्षा चल रही थी। बाहर से ऐसा लग रहा था कि परीक्षा शांतिपूर्ण चल रही है। कहीं से भी यह नहीं लग रहा था कि अंदर नकल हो रही है। वीक्षक भी बेफिक्र थे। परीक्षा के दो घटे बीत जाने के बाद प्रथम तल से एक छात्र ने कागज फेंका, जो नीचे भूजा बेच रही एक बच्ची के सिर पर गिरा। फेंका गया कागज किताब या गाइड का पन्ना था जो परीक्षा के विषय से जुड़ा था। जब इस बारे में केन्द्राधीक्षक डॉ. संजय झा से पूछा गया तो वे आश्चर्य में पड़ गए। फिर कहने लगे कि वीक्षक ने चिट पकड़ी होगी और फेंक दी होगी या यह पुर्जा पुराना होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी अपने काम में शत प्रतिशत मुकम्मल तो नहीं हो सकता है। जानकार बताते हैं कि वीक्षक ने चिट पकड़ी होती तो छात्र को एक्सपेल्ड होना चाहिए था। ऐसे में वीक्षक सबूत के तौर पर चिट अपने पास रखते हैं, फेंकते नहीं है। इससे स्पष्ट है कि परीक्षा में नकल होती रही और केंद्राधीक्षक से लेकर वीक्षक तक ड्यूटी की खानापूरी करते रहे।

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