अब ग्रामीण डाकघरों में नहीं लगानी होगी लंबी लाइन, मिनटों में हो जाएगा सारा काम
भागलपुर और बांका के ग्रामीण डाकघर में सेवा का विस्तार किया जाएगा। नेट का स्पीड बढ़ाया जा रहा है। ग्रामीण डाकघरों में नेटवर्क की गंभीर समस्या है। खराब नेटवर्क के कारण जमा निकासी रजिस्ट्री आदि कार्यों में काफी समय लग जाता है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। अब भागलपुर और बांका के ग्रामीण डाकघरों में नेट करेगा 'वर्क'। अब टू जी की जगह फोर जी सेवा से किया जाएगा लैस। खराब नेटवर्क के कारण प्रतिदिन होने वाली समस्या से निजात मिलेगी।
ग्रामीण डाकघरों में नेटवर्क की गंभीर समस्या है। खराब नेटवर्क के कारण जमा, निकासी, रजिस्ट्री आदि कार्यों में काफी समय लग जाता है। पांच मिनट का काम करने में चार से छह घंटे लग जाते हैं। इतना ही नहीं कभी-कभी तो नेटवर्क स्लो होने के कारण दिनभर उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ता है। ऐसे में बिना काम कराए ग्राहकों को लौटना पड़ रहा है। वहीं, डाक विभाग को लाखों के राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। इन समस्याओं के समाधान के लिए भागलपुर जिले के 294 और बांका जिले के 129 ग्रामीण डाकघरों में टूजी की जगह फोरजी का सिम लगाने का निर्णय लिया गया है। डाक अधीक्षक राम परीखा प्रसाद ने कहा कि मोबाइल कंपनी के नेटवर्क के हिसाब से संबंधित ग्रामीण डाकघरों में फोरजी सिम मुहैया कराए जाएंगे। दस दिनों के भीतर सभी ग्रामीण डाकघरों में फोरजी सिम उपलब्ध कराया जाएगा।
गांवों के लोगों को आधारकार्ड बनाने के लिए अब नहीं आना होगा शहर
अपने बच्चे का आधारकार्ड बनवाने के लिए अब गांवों के लोगों को शहर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। गांवों में भी यह सुविधा मुहैया कराई जाएगी। गांवों के लोगों को आधारकार्ड बनवाने और आधार का अपग्रेड कराने के लिए शहर आना पड़ता है। ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए डाक विभाग ने भागलपुर सहित बांका के गांवों के शाखा डाकघरों में भी आधारकार्ड बनाने की व्यवस्था करने जा रहा है। भागलपुर जिले के 30 और बांका के छह शाखा डाकघरों में अगस्त तक आधारकार्ड बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
डाक अधीक्षक राम परीखा प्रसाद के अनुसार प्रधान डाकघर स्थित आधार केंद्र में प्रतिदिन तीन-चार सौ लोगों का आधारकार्ड बनाने और आधार का अपग्रेडेशन का काम होता है। इसकी वजह से ग्रामीण इलाकों से पहुंचे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के परेशानी को देखते हुए गांवों के शाखा डाकघरों में आधारकार्ड बनाने का निर्णय लिया गया है। शुरुआती दौर में शाखा डाकघरों में पंद्रह साल तक के बच्चे का ही आधारकार्ड बनाने का काम शुरू होगा, लेकिन आधारकार्ड का नाम, पता आदि के अपडेशन कोई भी करवा सकता है। इसके लिए उम्र सीमा निर्धारित नहीं की गई है। नया आधारकार्ड बनाने के लिए कोई शुल्क नहीं लगता है। अपडेशन का शुल्क 50 रुपये निर्धारित है, लेकिन मोबाइल, बायोमिट्रिक अपडेशन का शुल्क एक सौ रुपये है।
आनलाइन आर्डर करें आपके घर तक डाक विभाग पहुंचाएगा गंगाजल
गंगोत्री का गंगाजल खरीदने के लिए आपको डाकघर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सावन माह में डाक विभाग आपके घर तक गंगाजल पहुंचाएगा। पूर्वी क्षेत्र के निदेशक, डाक सेवा पवन कुमार के अनुसार सावन के पवित्र माह में गंगाजल की श्रद्धालुओं में भारी मांग और धार्मिक उत्साह को देखते हुए डाक विभाग ने डाकघरों में गंगोत्री का गंगाजल उपलब्ध कराया है। लोगों के लिए विभाग की ओर से विशेष व्यवस्था की गई हे। आनलाइन आर्डर करने पर गंगोत्री का गंगाजल आपके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। 250 मिली लीटर गंगाजल बोतल की कीमत 30 रुपये है। आनलाइन आर्डर करने के अलावा डाकघर के काउंटर से भी गंगाजल खरीद सकते हें। उन्होंने बताया कि महत्वपूर्ण स्थानों पर शिविर लगाकर भी गंगाजल की बिक्री की जा रही है। प्रधान डाकघर के अधिकारियों के अनुसार सावन में मांगों को ध्यान में रखते हुए 50 कार्टन गंगाजल की मांग की गई थी, लेकिन पांच दिन पहले मुख्यालय से महज दस कार्टन ही गंगोत्री का गंगाजल मुहैया कराई गई है। एक कार्टन में गंगाजल की 48 बोतलें होती हैं। सावन में प्रतिदिन 100 से 150 बोतल गंगाजल की बिक्री होती है। दशहरा तक बिक्री की यही स्थिति रहती है। डाक अधीक्षक राम परीखा प्रसाद ने बताया कि आवश्यकतानुसार और गंगाजल मुख्यालय से उपलब्ध कराने की बात कही गई है।