Engineers Day: चीन व जर्मनी के बाद जमालपुर रेल कारखाना बनाएगा 175 टन भार उठाने वाला क्रेन

Engineers Day जमालपुर रेल कारखाना 175 टन भार उठाने वाला क्रेन बनाएगा। जर्मनी के बाद 140 टन भार उठाने वाला क्रेन बनाने का है इसे श्रेयकारखाने ने डिजायन तैयार कर रेलवे बोर्ड और मंत्रालय को भेजा डायग्राम। देश का है इकलौता क्रेन बनाने वाला जमालपुर रेल कारखाना।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 08:49 AM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 08:49 AM (IST)
Engineers Day: चीन व जर्मनी के बाद जमालपुर रेल कारखाना बनाएगा 175 टन भार उठाने वाला क्रेन
32 वर्षों में 51 क्रेन बनाने की है महारत हासिल। 90 डिग्री पर भी काम करता है यहां का क्रेन।

जमालपुर (मुंगेर) [केएम राज]। एशिया के पहले रेल कारखाना जमालपुर में अब 175 टन भार उठाने की क्षमता वाला क्रेन बनेगा। इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है। यहां के इंजीनियर और तकनीशियन ने क्रेन की डिजाइन का डायग्राम व उस पर आने वाले लागत खर्च का ब्यौरा रेलवे बोर्ड व रेल मंत्रालय को भेज दिया है। जल्द ही इसकी स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

अभी विश्व में 175 टन भार उठाने की क्षमता वाला क्रेन जर्मनी और चीन में ही बनता है। अब जमालपुर रेल कारखाना ऐसा क्रेन तैयार कर विश्व पटल पर अपनी क्षमता प्रदर्शित करेगा। जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के परेल कारखाने में यह क्रेन बनाने की कोशिश की गई थी, लेकिन वहां के अभियंताओं को उसमें सफलता नहीं मिल पाई। उसके बाद जमालपुर रेल कारखाने को यह काम सौंपा गया। जमालपुर देश का पहला रेल कारखाना है जहां जर्मनी के बाद 140 टन भार उठाने वाला क्रेन बनाया गया था।

अबतक 51 क्रेन दे चुका है जमालपुर रेल कारखाना : 1989 से 2021 के बीच जमालपुर रेल कारखाना 51 क्रेन का निर्माण कर चुका है। यहां के क्रेन की विशेषता है कि वह 90 डिग्री पर काम कर सकता है। आज रेल दुर्घटना के दौरान पटरी से उतरे बोगियों को पटरी पर चढ़ाने या रेलवे ब्रिज व कंटेनर को उतारने-चढ़ाने में जमालपुर में बने क्रेन का ही उपयोग होता है। इस समय जमालपुर में 140 टन भार उठाने वाला डीजल हाइड्रोलिक क्रेन बन रहा है। इसकी कीमत लगभग 18 करोड़ है। यह क्रेन रेल ट्रैक पर ही चलता है।

50 से 55 करोड़ लागत का अनुमान : कारखाना आधिकारिक सूत्रों के अनुसार 175 टन क्रेन निर्माण की लागत खर्च 50 से 55 करोड़ रुपये आएगी। कारखाना सूत्रों ने बताया कि रेल इंजन कारखाना जमालपुर ने 32 वर्ष पूर्व जब पहला क्रेन तैयार किया था तो उसे जर्मनी के बाद पहला सफल क्रेन करार दिया गया था। 175 टन भार वहन करने वाले क्रेन का निर्माण भी इसकी उसी तरह की उपलब्धि साबित होगी।

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