फर्जी छात्रा को एसएम कॉलेज ने दिला दी पार्ट थ्री की परीक्षा

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के इतनी सख्ती के बाद भी फर्जी परीक्षार्थियों का मामला नहीं रूक रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Dec 2020 07:39 PM (IST) Updated:Sun, 13 Dec 2020 07:39 PM (IST)
फर्जी छात्रा को एसएम कॉलेज ने दिला दी पार्ट थ्री की परीक्षा
फर्जी छात्रा को एसएम कॉलेज ने दिला दी पार्ट थ्री की परीक्षा

भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के इतनी सख्ती के बाद भी फर्जी परीक्षार्थियों का मामला नहीं रूक रहा है। इस बार सुंदरवती महिला महाविद्यालय (एसएम कॉलेज) द्वारा बीए पार्ट थ्री अंग्रेजी आनर्स की छात्रा को गलत तरीके से परीक्षा दिलाने का मामला प्रकाश में आया है। इस जानकारी के बाद हड़कंप का माहौल है। हाल के दिनों में अंगीभूत कॉलेजों में इस तरह का पहला मामला है। टीएमबीयू के परीक्षा विभाग में भी छात्रा का कोई रिकार्ड दर्ज नहीं है।

दरअसल, पांच दिसंबर को पहली पाली में ग्रुप आई पांचवे पेपर (अंग्रेजी) की परीक्षा थी। मारवाड़ी कॉलेज केंद्र पर एक छात्रा एसएम कॉलेज के हस्ताक्षर से फारवर्ड एक आवेदन लेकर पहुंची। जिसमें उसे बीए पार्ट थ्री की परीक्षा में बैठने देने की अनुमति देने का अनुरोध एसएम कॉलेज प्राचार्य द्वारा किया गया था। आवेदन देखने के बाद मारवाड़ी कॉलेज केंद्र ने इसकी सूचना परीक्षा विभाग को दी। उन्हें बताया कि छात्रा का नाम विश्वविद्यालय से भेजे हुए परीक्षा रिकार्ड में दर्ज नहीं है। जांच के लिए दी गई थी परीक्षा की अनुमति

फिर भी छात्र हित देखते हुए जांच तक केंद्र ने उसे तत्काल परीक्षा देने की अनुमति दे दी। परीक्षा विभाग ने जब छात्रा का रिकार्ड खंगाला तो उसका नाम, पंजीयन, रोल नंबर कहीं भी दर्ज नहीं था। यह देख हड़कंप मच गया। परीक्षा विभाग ने तत्काल इसकी सूचना एसएम कॉलेज प्राचार्य को दी। वे भी जानकारी मिलते ही हक्के-बक्के रह गए। उन्होंने भी तत्काल कॉलेज का रिकार्ड खंगाला। छात्रा का कोई रिकार्ड कॉलेज में नहीं मिला। दूसरी परीक्षा में नहीं हुई शामिल

तब प्राचार्य ने तत्काल छात्रा की परीक्षा रोकने को लेकर परीक्षा केंद्र को कहा। तब तक छात्रा परीक्षा दे चुकी थी। उसे केंद्र से कहा गया कि 10 दिसंबर को होने वाली छठे पेपर की परीक्षा में उसे बिना प्रवेश पत्र परीक्षा की अनुमति नहीं दी जाएगी। दूसरी परीक्षा देने के लिए छात्रा नहीं पहुंची। इस मामले में एसएम कॉलेज के एक कर्मी की भूमिका संदिग्ध है। छात्रा का कहना है कि किसी ने रुपये लेकर उसका फार्म नहीं भरवाया, लेकिन वह उसका नाम नहीं बता रही है। कोट :

छात्रा का रिकार्ड परीक्षा विभाग में नहीं है। इस मामले में कॉलेज को पूछा जाएगा कि बिना रिकार्ड छात्रा को कैसे परीक्षा की अनुमति दी गई।

- डॉ. अरुण कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक, टीएमबीयू छात्रा ने परीक्षा के कुछ देर पहले प्रवेश पत्र खो जाने की बात कह आवेदन दिया। छात्र हित देखते हुए उसे उस दिन परीक्षा देने की अनुमति दी गई। जब उसका रिकार्ड नहीं मिला तो परीक्षा देने से रोकने के लिए संबंधित केंद्र को जानकारी दी गई।

- डॉ. रमन सिन्हा, प्राचार्य, एसएम कॉलेज

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