अंतरात्मा की सुनें आवाज, मिलेगी सफलता
छात्रों को अपनी क्षमता पहचानने और उसे बढ़ाने के लिए अंतरात्मा की आवाज सुननी चाहिए। एकाग्रता भी सफल होने के लिए जरूरी है।
भागलपुर। छात्रों को अपनी क्षमता पहचानने और उसे बढ़ाने के लिए अंतरात्मा की आवाज सुननी चाहिए। एकाग्रता भी सफल होने के लिए जरूरी है। अगर आप कुछ देख रहे हैं तो सिर्फ देखें, सुन रहे हैं तो सिर्फ सुनें या एहसास कर रहे हैं तो एहसास करें। अपने अंदर की क्षमता को पहचानें और बाहरी बातों पर ध्यान न दें।
ये बातें सिक्योरिटी डॉट कोलकाता के निदेशक उमेश प्रसाद साह ने कहीं। वे भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिग (बीसीई) में रविवार को एक दिवसीय वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। वेबिनार का विषय 'छात्र अपनी क्षमता को कैसे पहचानें और उसे कैसे बढ़ाएं' था। इसकी शुरुआत कॉलेज के प्राचार्य डॉ. निर्मल कुमार ने की। उन्होंने कहा कि छात्रों को पहले लक्ष्य तय करना चाहिए। इसके बाद उसे पूरा करने तक एकाग्रता और ईमानदारी से प्रयास करना चाहिए। सफल इंजीनियर बनने के लिए यह जरूरी है। इस मौके पर बीसीई के पीआरओ सौरभ सिंह समेत अन्य मौजूद थे।