कोरोना की लड़ाई में हरी सब्जियां रामबाण, गिर गए दाम, जानिए... आज के बाजार भाव
कोरोना काल में हरी सब्जियों की कीमत कम हुई है। हरी सब्ज्यिां लगातार लोग खरीद रहे हैं। अप्रैल की तुलना में भाव काफी कम है। वहीं कोरोना से लड़ने और खुद को मजबूत बनाने के लिए लोग हरी सब्जियों का सेवा कर रहे हैं जो लाभकारी है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। लॉकडाउन में लगभग काम धंधे बंद हैं। लोग घरों में कैद हैं। ऐसे में भागलपुर की सब्जी मंडियों में हरी सब्जियों की कीमत ही लोगों को राहत दे रही है। पिछले माह की तुलना में अभी हरी सब्जियों के भाव मे काफी गिरावट आई है। हर तबके के लोग झोला भरकर हरी सब्जियों की खरीदारी कर रहे हैं। लॉक डाउन में कहीं भीड़ दिख रही है तो वह सब्जी मंडियों में। कीमत कम होने की वजह लॉकडाउन में गाड़ियों का नहीं चलने से भागलपुर से सब्जियां दूसरे जगहों पर नहीं भेजी जा रही है। इस कारण अप्रैल की तुलना में हर सब्जियों में 10 से 20 फीसद तक कीमत में गिरावट आई है। हर्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. आलोक कुमार सिंह ने बताया कि हरी सब्जियां खाने से इम्युनिटी बढ़ता है। जो कोरोना से मुकाबले के लिए सुपाच्य है।
आलू-प्याज के भाव स्थिर
लॉकडाउन से पहले मंडी में आलू का थोक मूल्य 1400 से 1600 रुपये क्विंटल था। अभी अब 1600 रुपये दर है। खुदरा बाजार में आलू की कीमत 17 से 19 रुपये प्रति किलो है। वहीं, प्याज का थोक मूल्य मार्च में 1600 रुपये क्विंटल हो गया है। अभी खुदरा में प्याज 18 से 20 रुपये मिल रहे हैं।
अप्रैल में सब्जियों की कीमत
करेला-50 से 60 रुपये किलो
शिमला मिर्च, 110 से 120 रुपये
बैगन, 30 से 40 रुपये किलो
लौकी, 20 से 30 रुपये किलो
टमाटर, 15 से 25 रुपये किलो
भिडी, 40 से 50 रुपये किलो
नेनुआ, 35 रुपये किलो
बंधा गोभी, 40 रुपये किलो
परवल, 60 से 70 रुपये किलो
10 मई को सब्जी की कीमत
करेला-20 से 25 रुपये किलो
शिमला मिर्च, 90 से 100 रुपये
बैगन, 15 से 20 रुपये किलो
लौकी, 15 से 25 रुपये पीस
टमाटर, 15 से 20 रुपये किलो
भिडी, 15 से 20 रुपये किलो
नेनुआ, 20 से 25 रुपये किलो
बंधा गोभी, 30 रुपये किलो
परवल, 30 से 40 रुपये किलो
वाहन और ट्रेन नहीं चलने से भागलपुर से सब्जियां बाहर नहीं जा रही है। लखीसराय, मुंगेर, साहिबगंज, बांका सहित अन्य जिलों सब्जियों की आपूर्ति होती थी। इस कारण कीमत में गिरावट आई है। - पप्पू कुमार, सब्जी विक्रेता, उल्टा पुल मंडी
सब्जियों की कीमत गिर गई हैं। इसलिए हम भी लोगों को कम कीमत में सब्जियां बेच रहे हैं। अब लोग ज्यादा मोलभाव भी नहीं कर रहे हैं। लॉकडाउन के बाद कीमत में इजाफा होगा। - राजकुमार, आदमपुर, सब्जी मंडी।