भागलपुर में दुर्गा पूजा महासमिति का हुआ विस्तार, कई नए पदाधिकारी जुड़े, सादगी से मनेगा दशहरा

भागलपुर में दुर्गा पूजा की तैयारी शुरू कर दी गई है। दुर्गा पूजा महासमिति का हुआ विस्तार कर दिया गया है। कोरोना के कारण इस बार भी सादगीपूर्ण तरीकों से दहशरा मनाई जाएगी। इसके लिए तैयारी की जा रही है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 11:59 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 11:59 AM (IST)
भागलपुर में दुर्गा पूजा महासमिति का हुआ विस्तार, कई नए पदाधिकारी जुड़े, सादगी से मनेगा दशहरा
कोरोना गाइडलाइन का हर हाल में पालन कराया जाएगा।

संवाद सहयोगी, भागलपुर। श्रीश्री 108 दुर्गा पूजा केंद्रीय महासमिति भागलपुर की बैठक बुधवार को अध्यक्ष अभय घोष सोनू की अध्यक्षता में कमल जयसवाल के आवास पर हुई। बैठक में मुख्य रूप में आम सभा के दिन चुने गए पदाधिकारियों को महासमिति के विभिन्न पदों का विस्तार किया गया। सदस्यों ने एक दूसरे को सहयोग करते हुए शहर में सादगीपूर्ण तरीके से दुर्गा पूजा मनाने का निर्णय लिया। कहा कि कोरोना गाइडलाइन का हर हाल में पालन कराया जाएगा।

मिली जिम्मेदारी

सलाहकार समिति भगवान यादव, कमल जायसवाल, डा. आनंद मिश्र। उपमहामंत्री सह प्रवक्ता कन्हैयालाल को बनाया गया। कार्यकारी अध्यक्ष विश्वेश आर्य ,महामंत्री जयनंदन अचार्य हुए। उपाध्यक्ष उमा घोष, सत्यनारायण साह, उदय स‍िंह चौहान, श्वेता सिंह, उमा मोदी, नेहू साह जबकि सचिव विनय स‍िंह, राजेंद्र शर्मा राजु, विपीन कुमार अप्पु, बबन मिश्रा, सरोज झा, डा. अशोक चंद्र सरकार, डा. रेखा कुमारी बनाई गई।

जबकि संरक्षक भागलपुर के सांसद अजय कुमार मंडल, नगर विधायक अजीत शर्मा ,महापौर सीमा शाह महापौर पूर्व मेयर दीपक भुवानिया, डा. वीणा यादव, अशोक यादव, देवाशीष बनर्जी, नरेश स‍िंंह, ब्रजेश शाह, राजीव कांत मिश्रा, राकेश कुमार दुबे, भोला मंडल, मानीक पासवान, सुनील वर्मा बनाए गए।

शहर में दुर्गा पूजा की तैयारी शुरू

शहर में दुर्गा पूजा की तैयारी शुरू हो चुकी है। कोरोना काल से उबरने के बाद इस बार पूजा पंडालों में प्रतिमा स्थापित की जाएगी। लेकिन पूजा-पाठ सादगीपूर्ण तरीके से किया जाएगा। इस बार बड़ा और भव्य पंडाल नहीं बनाया जाएगा। कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखकर पूजा समितियां मां दुर्गा का दर्शन और पूजा पाठ श्रद्धालुओं को कराएंगी।

कचहरी के पास बनेगा छोटा पंडाल

कचहरी चौक स्थित सत्तार क्लब के धर्मेन्द्र कुमार कहते हैं कि पिछले दो वर्ष से तो प्रतिमा स्थापित ही नहीं की जा रही है। इस बार 60 फीट की जगह 30 फीट का पंडाल बनेगा। पंडाल किसी थीम पर नहीं बल्कि मंदिर के रूप में बनेगा।

मुंदीचक में नहीं बनेगा पंडाल

गड़हिया मंदीचक पूजा समिति के सचिव कुमार धर्मेंद कहते हैं कि कोरोना के कारण लंबे समय तक बाजार बंद रहा। बाजार की स्थिति को देख हम समिति के लोग पूजा का चंदा बाजार से नहीं लेने का निर्णय किया है। आसपास और आपस में ही चंदा जमा कर पूजा किया जाएगा। पंडाल का निर्माण नहीं किया जाएगा। प्रतिमा बन कर तैयार है। अब उसमें रंग रोगन और साज सज्जा किया जाएगा। सादगीपूर्ण श्रद्धा भक्ति से पूजा की जाएगी। इसी तरह मशाकचक, मारवाड़ी पाठशाला, हडिय़ा पट्टी आदि जगहों सहित कमोवेश सभी पूजा स्थलों पर इस बार भव्य पंडाल नहीं दिखेगा।

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