कोरोना संक्रमण से बचने के लिए रामवाण बना ड्रैगन फ्रूट, जानिए... क्या खास है इस इम्युनिटी बूस्टर में
एक ओर जहां कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। वहीं दूसरी ओर कोरोना से बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं। लोगों को रुझान इस बार ड्रैगन फ्रूट की तरफ गया है। इसे इम्युनिटी बूस्टर कहा जाता है।
जागरण संवाददाता, किशनगंज। इम्युनिटी बूस्टर के नाम से जाना जाने वाला ड्रैगन फ्रूट कोरोना संक्रमण के समय रामबाण साबित हो सकता है। जिले के लोग इस फल के बाजार में आने का इंतजार कर रहे हैं। प्रबल संभावना है कि 15 मई के बाद यह ड्रैगन फ्रूट बाजार में उपलब्ध हो जाएगा। हालांकि बंगाल के कोलकाता और सिलीगड़ी सहित अन्य बड़े शहरो में भी इस फल की मांग लगातार बढ़ने लगे हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ.हेमंत कुमार के अनुसार ड्रैगन फ्रूट का उत्पादन प्रति हेक्टेयर पांच से लेकर सात टन तक होने की संभावना बनी रहती है। सामान्य रुप से एक ड्रैगन फ्रूट में 60 कैलोरी उर्जा रहती है। इनमें विटामिन सी और जिंक का अधिक मात्रा होने के साथा विटामिन सहित आयरन, कैल्सियम और फॉस्फोरस भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। विटामिन सी प्रचुर मात्रा में रहने के कारण कोरेाना काल में इसके प्रयोग से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगे और इंसान स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकता है।
क्वीन ऑफ नाइट्स के नाम से जाना जाने वाला ड्रैगन फ्रूट ह्नदय रोग, डायबिटीज, कैंसर और मोटापा को नियंत्रित करने में सहायक होता है। 2014 में जिले के ठाकुरगंज प्रखंड में 10 एकड़ जमीन पर इसकी खेती शुरु की गई। वर्तमान समय में 12 एकड़ जमीन पर ड्रैगन फ्रूट की खेती हो रही है। ड्रैगन फ्रूट का एक पौधा 25 वर्ष तक फल देने में सक्षम होता है। इस फल के खेती के लिए पिलर लगाना पड़ता है। एक पिलर पर अधिक से अधिक चार पेड़ की लत्तीनुमा मोटी शाखा चढ़ाई जाती है। वैज्ञानिक डॉ. हेमंत कुमार ने बताया कि मार्च माह में फूल आते हैं। साथ ही 35 दिनों में फल पक कर तैयार हो जाते हैं। छह से लेकर सात माह तक लगातार फल आते रहते हैं।
ड्रैगन फ्रूट इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जरुरी है। यह इंसान के शरीर के इम्युनिटी सिस्टम को बूस्ट करता है। यह फल दिल के मरीज के लिए संजीवनी के समान है। महिलाओं के ब्रेस्ट कैंसर में भी कारगर है। पेट की समस्या को दूर करने के साथ वजन घटाने में भी कारगर है। इस सब वजह से प्रतिदिन 15 से 20 लोगाें के फोन आते रहते हैं। इनमें से अधिकतर लोगों की मांग होती है कि बाजार में ड्रैगन फ्रूट कब तक उपलब्ध हो जाएंगे। -- नगराज नखत, ड्रैगन फ्रूट उत्पादक किसान।