दोहरा हत्याकांड भागलपुर: अपनी जान बचाने के लिए ली जान, गिरफ्तार आरोपितों को भेजा जेल
दोहरा हत्याकांड भागलपुर दो सगे भाइयों की हत्या मामले में गिरफ्तार आरोपितों जेल भेज दिया गया। मामले की जांच के दौरान पुलिस को आरोपितों ने कई बातें की जानकारी दी। आरोपितों ने बताया कि उनकी जानको खतरा था।
संवाद सूत्र, नाथनगर भागलपुर। 17 दिनों पूर्व किशनपुर बायपास मोड़ के समीप स्थित महाकाल ढाबा में दो सगे भाई किशनपुर के गोविंद यादव और राजकुमार यादव की हत्या मामले में गिरफ्तार उसके पड़ोसी विक्रम यादव व जीतन यादव को पुलिस ने शनिवार को जेल भेज दिया। इस कांड में 12 लोगों पर नामजद केस किया गया था, जिसमें अबतक चार की गिरफ्तारी हो चुकी है। आठ अब भी पुलिस की गिरफ्तार से बाहर हैं।
हत्याकांड के मुख्य आरोपित विक्रम यादव ने पुलिसिया पूछताछ में बताया कि अगर मैं गोङ्क्षवद और राजकुमार की हत्या नहीं करता तो वह दोनों भाई मेरी जान ले लेते। उन दोनों की साजिश के बारे में मुझे जानकारी मिल गई थी। अपनी जान बचाने के लिए मैंने अपने साथियों के साथ मिलकर दोनों की हत्या कर दी। विक्रम ने बताया कि 14 जुलाई को गांव में ढाबा के स्वामित्व को लेकर पंचायत हुई थी। मेरा डेढ़ लाख रुपया दोनों भाइयों के यहां निकल रहा था। बिना पैसा लौटाए ही गोङ्क्षवद और राजकुमार ने ढाबा से मेरा सारा समान निकालकर फेंक दिया था। गोङ्क्षवद से 15 साल से दोस्ती थी। लेकिन गांव की गंदी राजनीति के कारण हम दोनों में विवाद उत्पन्न हो गया, जिसका नतीजा ये हुआ कि दोनों एक-दूसरे के जान के दुश्मन हो गए। मधुसुदनपुर प्रभारी थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि विक्रम और जीतन को जेल भेज दिया गया है। पुलिसिया पूछताछ में उसने कई अहम जानकारी दी है। शेष बचे आठ आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम अलग-अलग क्षेत्रों में छापेमारी कर रही है।
करंट लगने से महिला की मौत
कहलगांव के बुद्धुचक थाना क्षेत्र के बोरहिया गांव में विजय हरिजन की 50 वर्षीय पत्नी मंजू देवी की करंट लगने से मौत हो गई। मंजू देवी खाना बनाकर बकरी खोलने जा रही थी टिन के चदरे में सट जाने से करंट लग गया। चदरा में लूज विद्युत तार सटा हुआ था। घटना के बाद घर में कोहराम मच गया। स्वजनों के रो-रोकर बुरा हाल था।