कुछ इस तरह करें अपनी आंखों की सुरक्षा, डॉक्टर ने बताए ये उपाय Bhagalpur News

वैसे भी 40 वर्ष उम्र के बाद अधिकांश लोगों की आंखों की रोशनी मद्धिम होने लगती है। दूर की वस्तु दिखाई नहीं देती आंखों में दर्द रहता है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Thu, 12 Dec 2019 01:42 PM (IST) Updated:Thu, 12 Dec 2019 01:42 PM (IST)
कुछ इस तरह करें अपनी आंखों की सुरक्षा, डॉक्टर ने बताए ये उपाय Bhagalpur News
कुछ इस तरह करें अपनी आंखों की सुरक्षा, डॉक्टर ने बताए ये उपाय Bhagalpur News

भागलपुर, जेएनएन। दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम हेलो डॉक्टर में मायागंज अस्पताल में पदस्थापित डॉ. सुरेश प्रसाद ने फोन के माध्यम से पाठकों की समस्याओं का समाधान किया। उन्होंने कहा, कम रोशनी में पढ़ाई करने से आंखें खराब हो जाती हैं। पढ़ाई करते वक्त अगर आंखों में पानी आ जाए और सिर में दर्द होने लगे तो आंखों की जांच करानी चाहिए। घंटों मोबाइल और कंप्यूटर पर आंखे गड़ाए रहना और लेट कर पढऩे से भी आंखों की रोशनी प्रभावित होती है। कंप्यूटर हो या मोबाइल पर लगातार कार्य करने से आंखों में तनाव होता है। इसलिए प्रत्येक 20 मिनट पर काम बंद कर देना चाहिए। पलक झपकाना चाहिए।

40 की उम्र के बाद कम होने लगती है आंखों की रोशनी : वैसे भी 40 वर्ष उम्र के बाद अधिकांश लोगों की आंखों की रोशनी मद्धिम होने लगती है। दूर की वस्तु दिखाई नहीं देती, आंखों में दर्द रहता है। आंखें लाल होने के कई कारण हैं। इनमें एलर्जी भी शामिल है।

मोतियाबिंद का इलाज केवल ऑपरेशन : मोतियाबिंद का इलाज केवल ऑपरेशन है। यह दवा से ठीक नहीं हो सकता। ग्लूकोमा होने पर रोशनी कम होने लगती है। आंखों की नस डैमेज होने से ऐसा होता है। ग्लूकोमा के मरीजों को रोशनी वापस नहीं आती।

ये करना है जरूरी

- कंप्यूटर की तेज रोशनी से बचने के लिए रिफ्लेक्शन कोटीन चश्मा पहनें।

- पालक का साग, गाजर, पपीता, अंडा और मक्खन आदि को अपने भोजन में शामिल करें।

- डाइटिंग करने से भी आंखों के नीचे कालापन होने की आशंका रहती है।

- रोजाना छह से आठ घंटे सोएं। इससे आंखें स्वस्थ रहती हैं।

- धूल और धूप से एलर्जी हो सकती है। धूप में निकालने से पहले काला चश्मा लगाएं।

पिताजी की उम्र 70 वर्ष है। एक आंख से कम दिखाई देता है। आंख में सूजन भी है। - पुरुषोत्तम, कहलगांव

हो सकता है एक आंख में मोतियाबिंद हो। जांच करवा लें।

मेरी उम्र 38 वर्ष है। 20 दिनों से आंखों में लाली रहती है, साथ ही धुंधला भी दिखाई देता है। - रधुनंदन रुगंटा, नवगछिया

आंख का पावर कम हो रहा है। पावर का चश्मा लगेगा, जांच करवा लें।

आंखों के सामने काला धब्बा दिखाई देता है। मेरी उम्र 45 वर्ष है। - राज किशोर, अलीगंज

यह मोतियाबिंद का लक्षण है। अस्पताल में जांच करवा लें।

पांच वर्ष से पावर का चश्मा लगा रहे हैं। कम दिखाई दे रहा है। - उदय शंकर पोद्दार, काजीचक

फिर से जांच करवा लें, पावर बढ़ गया होगा।

दूर की वस्तु दिखाई नहीं देती है। अखबार पढऩे में कठिनाई होती है। - अनीता, वारसलीगंज

आंखों की रोशनी मद्धिम हो रही है, आंखों की जांच अस्पताल में करवा लें।

मेरी उम्र 43 वर्ष है। एक आंख हल्की लाल हो गई है। देखने में भी परेशानी हो रही है। - रिंकू कुमार , सुल्तानगंज

धीरे-धीरे आंखों की रोशनी कम हो रही है। आंखों की जांच करवा लें, चश्मा लगाना पड़ेगा।

सिर में दर्द होता है। दूर की वस्तु दिखाई नहीं देती है। - शालू, तिलकामांझी

इसे मायोपिया कहा जाता है। आंखों की रोशनी कम होने से सिर में दर्द होने लगता है। आंखों की जांच करवा लें।

आठ वर्ष की बेटी है। आंख से पानी गिरता है, खुजलाता भी है। - रानी झा, भीखनपुर

उम्र बढऩे से ठीक हो जाएगा। एलर्जी से आंख में पानी निकलता है और खुजलाता भी है। बरसात, गर्मी, धूल, धुंआ, धूप और ठंड से एलर्जी हो सकती है। तकरीबन तीन-चार माह दवा खाने से ठीक हो जाएगा। धूप में बेटी को काला चश्मा पहना दें।

आंख के नीचे मांस बढ़ गया है। इससे कोई परेशानी नहीं है। - पप्पू, इशाकचक

चिकित्सक से दिखा लें। शरीर के किसी भी हिस्से में मांस बढऩा ठीक नहीं है। किसी बीमारी का लक्षण भी हो सकता है।

आंख से पानी निकलता है और दर्द भी होता है। - बंटी, नवगछिया

आंसू की नली जाम होने से भी पानी गिरता है। आंखों की जांच करवा लें।

मोतियाबिंद हो गया है, क्या दवा से ठीक हो सकता है। - अमित कुमार, सुल्तानगंज

मोतियाबिंद का इलाज केवल ऑपरेशन है, दवा नहीं। अब तो आधा घंटा में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर मरीज को घर भेज दिया जाता है।

दो सप्ताह से आंख में चुभन है। पानी भी निकलता है। - अफरोज, उर्दू बाजार

आंसू की नली बंद होने से ऐसा होता है। आंखों की जांच करवा लें।

पढ़ाई करते समय आंखों में पानी आ जाता है। - राजेश कुमार, नारायणपुर

कंप्यूटर पर लगातार काम नहीं करें। मोबाइल का उपयोग भी देर तक नहीं करें। ऐसा करने से पलक नहीं झपकती और आंखों में तनाव हो जाता है। दर्द भी रहता है। आंख से पानी निकलने लगता है। प्रत्येक 20 मिनट पर पलक झपकाएं, इससे राहत मिलेगी।

नजदीक की रोशनी कम हो गई है। पानी भी गिरता है। - रंजीत, मथुरापुर

आंखों की जांच करा लें।

पलक खुजलाता है। रुसी भी है। -संजीव कुमार, खंजपुर

बालों में रुसी होने की वजह से पलक में भी रुसी हो गई है। इसलिए पलक में खुजलाहट होती है। रुसी दूर करने का उपाय करें।

गत एक वर्ष से आंखें में दर्द है। तीन-चार घंटा पढऩे से आंख से पानी भी निकलता है। - प्रियंका, वारसलिगंज

आंखों की रोशनी कम होने की वजह से ऐसा हो रहा है। जांच करा लें।

ज्यादा देर तक पढऩे से आंख और सिर में दर्द होता है। आंख में चुभन भी है। - उषा कुमारी, रामसर

माइग्रेन या रोशनी कम होने से आंख में दर्द हो सकता है। जांच करा लें।

मेरी उम्र 22 वर्ष है। दूर की वस्तु धुंधली दिखती है। - राजू, अकबरनगर

कम रोशनी में नहीं पढ़े, बिस्तर पर लेटकर पढऩे से भी आंखों में दर्द होता है। 19 वर्ष से लेकर 25 वर्ष तक आंखों का पावर बढ़ता है। जांच करा लें।

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