Doctor gave Tips: बीपी मरीज ठंड में सुबह न टहलें, हो सकता है ब्रेन हेमरेज
Doctor gave Tips ठंड के मौसम में मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। सुबह बीपी मरीज खुले मैदान में नहीं टहलें। धूप आने के बाद ही घर से निकला करें। आप अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखें। उन्मरीजों को कई सुझाव दिए हैं।
आनलाइन डेस्क, भागलपुर। दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित प्रश्न पहर कार्यक्रम में न्यूरो सर्जन डा. नीरज सर्राफ पाठकों से मुखातिब हुए। उन्होंने टेलीफोन के माध्यम से पाठकों द्वारा पूछे गए रोग संबंधी सवालों का समाधान किया। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में स्वस्थ व्यक्ति भी बीपी का शिकार होने लगता है। इसके अलावा पूर्व से बीपी से पीडि़त मरीजों को ठंड के मौसम में परहेज करना अनिवार्य है, क्योंकि परहेज नहीं करने की वजह से हार्ट अटैक या ब्रेन हेमरेज होने की पूरी संभावना रहती है। साथ ही इस मौसम में इस तरह के मरीजों की संख्या अचानक बढ़ जाती है।
उन्होंने कहा कि सुबह बीपी मरीज खुले मैदान में नहीं टहलें। धूप आने के बाद ही टहले, टोपी के अलावा गर्म कपड़े पहनें। ठंड में अगर टहलने वाले बीपी मरीज परहेज नहीं करेंगे तो ठंड की वजह से प्लेटलेट्स का मूवमेंट स्लो हो जाता है। इससे खून गाढ़ा होता और जमने की संभावना भी बढ़ जाती है। और हार्ट अटैक होता है। शुगर के मरीज को भी ठंड में टहलने से परहेज करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक का लक्षणों में आवाज लडख़ड़ाने लगती है, चेहरा का एक तरफ के हिस्से में झुनझुनी, मुंह टेडा होना और हाथ-पैर में ऐंठन होना शामिल है। यह लक्षण 10 से 15 मिनट तक रहते हैं। अगर करीब पांच घंटों के अंदर इलाज किया जाता है तो मरीज स्वस्थ हो जाता है, लेकिन अगर इलाज नहीं कराया गया तो मरीज पूर्णरुपेण लकवा का शिकार हो जाता है। ज्यादा मसालेदार, घी, तेलयुक्त भोजन करने से परहेज करना चाहिए।
प्रश्न : मेरी उम्र 48 वर्ष है। चमकी, मिग्री और सिर में दर्द रहता है। कभी-कभार झुनझुनी भी होती है। ऐसा 10 वर्षों से हो रहा है। - गोविंद कुमार साह, इशाचकदिमाग में एक कीड़ा की वजह से भी ऐसा होता है। मिग्री की दवाएं तीन वर्षों तक खानी पड़ती है। मिग्री की कई दवाएं हैं, जो आपको सूट करे उसे ही खाएं, क्योंकि दवा के दुष्प्रभाव में नींद नहीं लगना, काम करने आदि में परेशानी होती है।
कमर का नस दबने से धीरे-धीरे पैर के नस सूखने लगता है। डिस्क बढऩे या गांठ होने से भी ऐसा होता है। इसमें लापरवाही करना घातक हो सकता है। डाक्टर के सलाह पर ही व्यायाम करना चाहिए। फिजियोथेरापी से ज्यादा लाभदायक नियमित व्यायाम करना है। प्रश्न : शरीर में सूजन रहता है। सिर में चक्कर आए दिन होता है, साथ ही भूलने की भी बीमारी है। मेरी उम्र 53 वर्ष है। - कृष्ण ठाकुर, तिलकामांझी
अगर नींद पूरी नहीं होती है तो एकाग्रता में कमी आती है। थायरायड, तनाव आदि से भी परेशानी होती है। विटामिन की कमी भी हो सकती है। न्यूरो सर्जन से दिखा लें।
लगातार तनाव में रहने की वजह से ऐसा होता है। कोई भी कार्य करने से एकाग्रता नहीं रहती। या फिर मेमोरी में कोई समस्या होगी। मल्टी विटामिन का सेवन कर सकते हैं।
डाक्टर की सलाह पर कोई भी हल्का व्यायाम करें। हाई प्रोटीनयुक्त डाइट नहीं लें। साथ ही तली भोजन सामग्री खाने से भी परहेज करें।