दिव्यांग दिवस कल, भागलपुर में दिव्यांग जनों के बीच ट्राई साइकिल, व्हील चेयर समेत इन उपकरणों का किया जाएगा वितरण
दिव्यांग दिवस कल है। भागलपुर में इस बार दिव्यांग जनों के बीच ट्राई साइकिल व्हील चेयर समेत अन्य उपकरणों का वितरण किया जाएगा। साथ ही दिव्यांग दिवस के मौके पर कई जगहों पर कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर...
जागरण संवाददाता, भागलपुर। तीन दिसंबर को विश्व दिव्यांग दिवस मनाया जाता है। इस बार दिव्यांग दिवस पर जिला के दिव्यांगों को सहाय उपकरण दिए जाएंगे।
सहायक निदेशक दिव्यांग जन सशक्तीकरण रूपेश कुमार ने कहा कि तीन दिसंबर को 61 दिव्यांगों को ट्राय साइकिल, 10 को व्हील चेयर, सात को स्टीक, 27 को वैशाखी, दो को हियङ्क्षरग मशीन आदि उपलब्ध कराए जाएंगे। रेडक्रास भवन में 11 बजे कार्यक्रम का आयोजन होगा। डीएम सुब्रत कुमार सेन दिव्यांगों के बीच सहाय उपकरण का वितरण करेंगे।
बताते चलें कि जिला में 52 हजार दिव्यांग हैं। अब तक 5662 दिव्यांगों ने यूडीआइडी कार्ड (यूनिक डिसएबलिटी कार्ड) के लिए आवेदन किया है। जिसमें 4245 दिव्यांगों को यूडीआइडी कार्ड निर्गत कर दिया गया है।
पटना की एजेंसी ने की ट्राइसाइकिल की गुणवत्ता की जांच
जागरण संवाददाता, भागलपुर : शहरी क्षेत्र में सफाई व्यवस्था में सुधार लाने को नगर निगम ने नागपुर की कंपनी से 204 ट्राइसाइकिल की खरीदारी की है, लेकिन पार्षदों ने घटिया गुणवत्ता वाले उपकरण की आपूर्ति का आरोप लगाया है। पार्षदों ने निगम प्रशासन से गुणवत्ता जांच के बाद ही वार्डों में ट्राइसाइकिल वितरण करने का प्रस्ताव दिया है। इसकी वजह से पिछले 15 दिनों से नगर निगम कार्यालय परिसर में ट्राइसाइकिल धूल फांक रही है। बुधवार को निगम प्रशासन ने थर्ड पार्टी से गुणवत्ता जांच कराया। गुरुवार को तकनीकी टीम अपनी रिपोर्ट देगी। इसके बाद वार्डों में ठेला वितरण किया जाएगा।
जन्मजात पैरों की विकृति एवं उपचार की जानकारी दी
जागरण संवाददाता, भागलपुर : जन्मजात बच्चों में विकृति और उपचार के लिए लोगों को जागरुक करने के लिए बुधवार को जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यशाला पीएमआर विभाग और क्योर संस्था के द्वारा किया गया था। उद्घाटन अस्पताल अधीक्षक डा. असीम कुमार दास, डा. मनोज कुमार चौधरी ने किया।
पीएमआर विभाग के अध्यक्ष डा. मनोज कुमार चौधरी ने कहा कि जन्मजात बच्चे के पैर में विकृति है तो समय रहते उसे ठीक किया जा सकता है। इसके लिए स्वजनों को जागरुक रहना चाहिए। डा. शैलेंद्र ङ्क्षसह ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। डा. असीम कुमार दास ने कहा कि अपंगता निवारण के लिए जो सहयोग होगा उसे दिया जाएगा। क्योर सोसायटी द्वारा 29 बच्चों का इलाज भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन आरबीएसके हास्पिटल समन्वयक भावना कुमारी ने किया।