झाझा में प्रमंडल स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता शुरू, जानिए पहले दिन का परिणाम
जमुई के झाझा में प्रमंडल स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता शुरू हो गया है। इस दो दिवसीय प्रतियोगिता में इसमें मुगेंर बेगुसराय खगडिय़ा लखिसराय जमुई एवं शेखपुरा जिला के खिलाड़ी शामिल हैं। खिलाडि़यों को किसी तरह की परेशानी न हो इसका ध्यान रखा गया है।
जागरण संवाददाता, जमुई। खेल के प्रति युवा एवं बच्चों का झुकाव बढ़ते ही राज्य सरकार खेल के प्रति गंभीर हो गई है। एथलेटिक हो या ऑलम्पिक, खेल के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है। इस दौर में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल के प्रति सजग होने की जरूरत है। झाझा जैसे क्षेत्र में प्रमंडल एवं जिला स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन होता है तो बच्चों में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। उक्त बातें रविवार को शहर के मां वसंती दुर्गा मंदिर (सामुदायिक भवन) में आयोजित दो दिवसीय प्रमंडलीय शतरंज प्रतियोगिता का उद्धघाटन करते हुए पूर्व मंत्री सह क्षेत्रिय विधायक दामोदर रावत ने कही।
हर साल प्रतियोगिता के आयोजन करने की अपील
उन्होंने सरकार की उपलब्धियों को रखा और आयोजक को प्रत्येक वर्ष शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन करने की अपील की। इंटरनेशनल खिलाड़ी प्रणव कुमार ने बताया कि इस खेल के माध्यम से प्रमंडल स्तर के प्रतिभा का चयन किया जायेगा। साथ ही सरकार को इस खेल के प्रति जागरूक करने का उद्धेश्य है। भगवान प्रसाद शर्मा ने बताया कि आचार्य चाणक्य शतरंज मंडली द्वारा पहली बार शहर में मुंगेर प्रमंडलीय स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।
45 खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में ले रहे भाग
दो दिवसीय इस प्रतियोगिता में 45 खिलाड़ी भाग ले रहे है। इसमें मुगेंर, बेगुसराय, खगडिय़ा, लखिसराय, जमुई एवं शेखपुरा जिला के खिलाड़ी शामिल हैं। प्रतियोगिता में सभी उम्र के व्यक्ति, बच्चे, युवा, बुजुर्ग एवं महिला ने भाग लिया है। पांच राउंड के इस प्रतियोगिता का परिणाम एक मार्च को घोषित किया जाएगा। इसमें ग्यारह हजार का पुरस्कार रखा गया है। इस अवसर पर लक्ष्मण झा, जदयू नगर अध्यक्ष शशिकांत झा, सुबोध केशरी, शोभाकांत झा, रवि विश्वकर्मा, अनिल वर्णवाल सहित काफी संख्या में जदयू कार्यकर्ता एवं प्रतिभागी के अभिभावक उपस्थित थे।
वहीं, खिलाडिय़ों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए है। आयोजन समिति के सदस्या हर स्तर पर मॉनीटरिंग कर रहे हैं, ताकि खिलाडिय़ों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
्र