कुख्यात अपराधी दिनेश मुनि को एसटीएफ ने मार गिराया, दारोगा आशीष की हत्या में था शामिल

दारोगा आशीष की हत्या में शामिल कुख्‍यात अपराधी दिनेश मुनि की एसएटीएप ने मार गिराया। इस दौरान दोनों ओर से जमकर फायरिंग हुई। एटीएफ ने भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 08:54 AM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 04:01 PM (IST)
कुख्यात अपराधी दिनेश मुनि को एसटीएफ ने मार गिराया, दारोगा आशीष की हत्या में था शामिल
कुख्यात अपराधी दिनेश मुनि को एसटीएफ ने मार गिराया, दारोगा आशीष की हत्या में था शामिल

भागलपुर [बलराम मिश्र]। बिहपुर के बैकठपुर दुधैला गंगा दियारा में शहीद हुए खगडिय़ा के दारोगा आशीष कुमार सिंह के हत्यारे को एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से बुधवार देर रात तड़के नारायणपुर दियारा में मार गिराया है। पटना की स्पेशल टास्क फोर्स ने दिनेश मुनि की गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी की थी। लेकिन उसे पुलिस के मौजूदगी की भनक लग गयी। उसने एसटीएफ टीम पर गोलियां चलाना शुरू कर दिया। एसटीएफ भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दिनेश मुनि की तरफ बढ़े। लेकिन दिनेश अंधाधुंध फायरिंग कर भागने की कोशिश करने लगा। लेकिन गोली लगने से वह वहीं ढेर हो गया। पुलिस ने उसके पास से हथियार गोली भी बरामद किया है। इसकी पुष्टि डीआइजी सुजीत कुमार ने की है। उन्होंने नवगछिया एसपी से रिपोर्ट मांगी है। दिनेश मुनि 50 हजार रुपये का इनामी था। 

आठ जून 2019  को एसटीएफ ने पकड़ा था एक मुख्य सहयोगी

आठ जून 2019 को एसटीएफ को सूचना मिली थी कि दिनेश मुनि गिरोह का एक सदस्य भागलपुर के नाथनगर इलाके में जमा हैं। एसटीएफ के तत्कालीन आइजी सुशील मान सिंह खोपड़े ने एसटीएफ एसपी रंजीत मिश्रा के नेतृत्व में टीम गठित कर तत्काल छापेमारी के लिए भेजा। एसओजी वन की टीम ने नाथनगर इलाके में घेराबंदी कर राघोपुर से अशोक मंडल को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अपराधी अशोक मंडल दिनेश मुनि के साथ मिलकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता था। गिरोह का सरगना खगडिय़ा जिले के तेहाय गांव निवासी दिनेश मुनि फरार था। जबकि उसके एक अन्य खास सहयोगी मिथुन दास को पुलिस ने बीते वर्ष नवंबर में तेहाय गांव से गिरफ्तार किया था।

मुठभेड़ में नारायणपुर का एक अपराधी भी हुआ था ढेर

12 अक्टूबर 2018 की रात दिनेश मुनि गिरोह के जमावड़े की सूचना पर आशीष कुमार सिंह थाना में उपलब्ध पुलिस बल को लेकर गंगा दियारा में ऑपरेशन के लिए चले गए थे। उसी समय अपराधियों द्वारा की गई फायरिंग में दारोगा वीरगति को प्राप्त हो गए थे। इससे पहले मुठभेड़ में आशीष ने दिनेश मुनि गिरोह के एक अपराधी नारायणपुर प्रखंड के चौहद्दी निवासी श्रवण यादव को मार गिराया था।

सहरसा के निवासी थे आशीष

आशीष कुमार सिंह मूल रूप से सहरसा जिला के रहने वाले थे। उनकी शहादत को लेकर काफी हंगामा भी मचा था। खगडिय़ा की एसपी से परिजन ने नाराजगी भी जताई थी। आशीष कुमार सिंह वर्ष 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर थे। वह सहरसा जिले के सरोजा निवासी थानेदार गोपाल सिंह के पुत्र थे। आशीष कुमार सिंह तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनका ननिहाल खगडिय़ा जिले के चौथम थाना क्षेत्र के लालपुर में है। खगडिय़ा जिले के पसराहा थानाध्यक्ष के रूप में आशीष कुमार सिंह ने चार सितंबर 2017 को योगदान दिया था।

कैसे हुई थी घटना

12 अक्टूबर 2018 को नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत नारायणपुर दुधेला दियारा के मोजमा बहियार में पुलिस और डकैतों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस घटना में खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए थे। वहीं एक अन्य पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गया था। पुलिस ने भी एक डकैत को भी मार गिराया था। डकैत दिनेश मुनि गिरोह का था। मुठभेड़ में एक सिपाही दुर्गेश यादव को भी गोली लगी थी। दुर्गेश विजयपुर जिला मधुबनी का निवासी है।

पसराहा के शहीद दारोगा आशीष कुमार सिंह की हत्या में शामिल मुख्य आरोपित दिनेश मुनि नवगछिया दियारा में हुए एनकाउंटर में मारा गया है। एसटीएफ ने उसकी गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी की थी। लेकिन वह टीम पर फायरिंग करने लगा। जवाबी कार्रवाई में वह दियारा में ढेर हो गया। - सुजीत कुमार, डीआईजी भागलपुर

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