भागलपुर में बोले उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद - संत समाज की जय... महर्षि मेंहीं आश्रम बिहार का गौरव
उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद भागलपुर के बरारी स्थित कुप्पाघाट में महर्षि मेंही आश्रम पहुंचे। समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर साधु संतों से आशीर्वाद लिया। उन्होंने आश्रम स्थित गुफा गोशाला प्रार्थना कक्ष सहित पूरे आश्रम का मुआयना किया। हरिनंदन बाबा से आशीर्वाद लिया।
संवाद सहयोगी, भागलपुर। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद गुरुवार को बरारी स्थित कुप्पाघाट में महर्षि मेंही आश्रम पहुंचे और उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर साधु संतों से आशीर्वाद लिया। इसके बाद उन्होंने आश्रम स्थित गुफा, गोशाला, प्रार्थना कक्ष सहित पूरे आश्रम का मुआयना किया। प्रार्थना कक्ष में कुछ समय के लिए ध्यान भी लगाया।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत साधु संतों और ऋषि-मुनियों का देश है। प्राचीन काल के संतों ने अध्यात्म और जीवन के संबंध में जो बातें कही गई थी, संत महर्षि मेंही जी ने उसे अपने जीवन में उतारकर प्रतिपादित कर दिखाया है। जीवन के मर्यादा के विषय में उनके द्वारा कही गई बातें आज भी प्रासंगिक और महत्वपूर्ण है। उपमुख्यमंत्री ने भागलपुर को संत महर्षि मेंही जी का अवतरण भूमि करार देते हुए इसे हर एक बिहारी के लिए गौरव का विषय बताया। साथ ही भागलपुर की सारी परेशानियों को जल्द से जल्द दूर किए जाने की भी बात कही।
अध्यात्म शोध केंद्र स्थापित करने की मांग
उपमुख्यमंत्री से आश्रम प्रबंधन ने ज्ञापन और मौखिक तौर पर आश्रम की समस्याओं से रूबरू कराया और उसके निदान की मांग की। बताया गया कि आश्रम गंगा कटाव की जद में है। यहां देश विदेश से श्रद्धालु आते हैं, लेकिन आने वाला पथ संकीर्ण है। पुस्तकालय और गंगा किनारे आश्रम से जोडऩे वाले पैदल पुल की भी मांग की गई। लोगों ने आध्यात्म शोध केंद्र स्थापित करने की मांग की।
ये थे मौजूद
आश्रम के महामंत्री दिव्य प्रकाश, उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार यादव, मुकेश जायसवाल, रमेश बाबा, सत्य प्रकाश बाबा, परमानंद बाबा, निर्मलानंद बाबा, गुरु नंदन बाबा, पूर्व विधायक जयप्रकाश, विधायक पवन यादव, रोहित पांडे, बंटी यादव, राजकुमार, जिप अध्यक्ष टुनटुन साह, मेयर सीमा साह आदि।
उपमुख्यमंत्री का पूरा परिवार है महर्षि मेंहीं का अनुयायी
आश्रम में भ्रमण के दौरान उपमुख्यमंत्री ने आचार्य हरिनंदन बाबा से आशीर्वाद लिया। साथ में उनकी पत्नी भी थीं। आचार्यश्री ने मां, मामी आदि के बारे में उनसे जानकारी ली। उपमुख्यमंत्री का पूरा परिवार बहुत पहले से ही महर्षि मेंहीं का अनुयायी रहा है। हालांकि ये पहली बार आश्रम पहुंचे थे।