बिहार में डेंगू ने दी दस्तक! पूर्णिया में एक बच्चा संक्रमित, 13 के सैंपल जांच के लिए भेजे गए

बिहार में डेंगू ने दस्तक दे दी है। पूर्णिया में 14 बच्चों में से एक संक्रमित पाया गया है। इनमें से 13 का सैंपल जांच के लिए भेजा जा चुका है। जीएमसीएच में डेंगू के लिए अलग वार्ड तैयार किया जा रहा है।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 10:39 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 10:39 PM (IST)
बिहार में डेंगू ने दी दस्तक! पूर्णिया में एक बच्चा संक्रमित, 13 के सैंपल जांच के लिए भेजे गए
सावधान! डेंगू ने दे दी है दस्तक...

जागरण संवाददाता,पूर्णिया। बिहार में डेंगू ने दस्तक दे दी है। पूर्णिया के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में एक बच्चे में प्रारंभिक जांच में डेंगू का पता चला है। उसके बाद मरीज को आइसोलेशन में रखा गया है। मरीज की हालत ठीक है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक मरीज में डेंगू के प्रारंभिक जांच के बाद उसके सैंपल को एलिजा टेस्ट के लिए भागलपुर मेडिकल कालेज अस्पताल में भेजा गया है। विदित हो कि अभी जीएमसीएच में डेंगू के एडवांस जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है। बुखार से पीड़ित 13 अन्य बच्चों के सैंपल को संग्रह मेडिकल कालेज टेस्ट के लिए भेजा गया है। जिले में डेंगू का यह पहला मामला है।

अगस्त के बाद से जिले में डेंगू का प्रकोप शुरू हो जाता है। जीएमसीएच के अधीक्षक डा. विजय कुमार ने बताया कि अभी प्रारंभिक जांच में रोगी पाजिटिव है। एडवांस जांच के लिए सैंपल भेजा गया है तभी डेंगू की पुष्टि की जा सकती है। डेंगू के लिए अस्पताल में अलग वार्ड तैयार किया जा रहा है। यह मच्छर जनित रोग हैं और इस मौसम में इसके मरीज मिलते हैं। - जीएमसीएच में डेंगू के लिए अलग वार्ड किया जा रहा है तैयार - एलिजा टेस्ट के लिए मरीज का सैंपल अन्य मेडिकल कालेज किया जाता है रेफर

वायरल बुखार से पीड़ित बच्चों पर रखी जा रही है नजर

जिला का इपीडीमियोलोजिस्ट नीरज कुमार निराला ने बताया कि अभी वायरल बुखार से बच्चे बड़ी संख्या में पीड़ित हो रहे हैं। अबतक 100 बच्चों का सैंपल कलेक्शन कर जांच करवाया गया है। वायरल बुखार किस तरह का उसके के लिए सात तरह की जांच की आवश्यकता है। इसमें कोरोना जांच तो तुरंत यहां पर किया जाता है लेकिन अन्य जांच के लिए सैंपल को मेडिकल कालेज भेजना होता है।

इसमें डेंगू, जेई, चिकनगुनिया आदि शामिल है। कभी प्रारंभिक जांच में बुखार से पीडि़त मरीज की रिपोर्ट पाजिटिव आती है लेकिन एलिजा जैसे टेस्ट में स्पष्ट हो जाता है सचमुच मरीज पाजिटिव है या नहीं है। वायरल के प्रकोप को देखते हुए अभी प्रखंड स्तर से लेकर जिला स्तर सर्विलांस किया जा रहा है। वायरल बुखार से पीडि़त सभी बच्चों को कोरोना जांच तुरंत किया जा रहा है। अभी तक कोई भी बच्चा कोरोना पाजिटिव नहीं मिला है।

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