बिहार : खेतों में खाली पैर अभ्‍यास कर राष्‍ट्रीय स्‍तर पर परचम लहरा रहीं बेटियां, बूट और जर्सी तक के लिए जमा करते हैं चंदा

खेतों में खाली पैर अभ्‍यास कर बिहार की बेटियां राष्‍ट्रीय स्‍तर पर परचम लहरा रही है। उन्‍हें बूट और जर्सी तक नहीं मिल रहा है। संघ की ओर से चंदा कर इन खिलाडि़यों को संसाधन उपलब्‍ध कराया जा रहा है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 11:54 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 11:54 AM (IST)
बिहार : खेतों में खाली पैर अभ्‍यास कर राष्‍ट्रीय स्‍तर पर परचम लहरा रहीं बेटियां, बूट और जर्सी तक के लिए जमा करते हैं चंदा
कटिहार की फुटबाल खिलाड़ी पूजा कुमारी। जागरण।

कटिहार [नीरज कुमार]। संसाधनों की कमी के बीच जिले की तीन महिला फुटबाल खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। पूजा कुमारी ने लगातार सात बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में बिहार टीम का प्रतिनिधित्व किया है। जिला से राष्ट्रीय स्तर तक अपनी खेल प्रतिभा का परचम लहराने में फुटबाल खिलाडिय़ों को संसाधन भी अपने स्तर या जिला फुटबाल संघ के सहयोग से जुटाना पड़ता है। आवश्यक संसाधन के अभाव में बिना बूट भी खिलाडिय़ों को अभ्यास करना पड़ता है। कोरोना संक्रमण के कारण खेल प्रतियोगिता अभी बंद है। लेकिन अनलाक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद खेल अभ्यास की अनुमति दी गई है। शहरी क्षेत्र के खिलाडिय़ों के लिए संघ के स्तर से संसाधन जुटा लिया जाता है।

ग्रामीण क्षेत्र के खिलाडिय़ों की खेल प्रतिभा को तराशने का काम नहीं हो पा रहा है। राज्य सरकार व स्थानीय प्रशासन द्वारा भी फुटबाल खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के लिए किसी तरह की सहायता व संसाधन मुहैया नहीं कराया गया है। जिले के फुटबाल खिलाड़ी दुरंतो कप सहित अन्य प्रतिष्ठित फुटबाल प्रतियोगिता में अपनी खेल प्रतिभा का जौहर दिखा चुके हैं। वर्तमान समय में फुटबाल संघ संसाधन की कमी से जूझ रहा है। जिला फुटबाल संघ के अध्यक्ष डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद हैं। डिप्टी सीएम बनने के बाद संघ को फुटबाल खिलाडृयिों को प्रोत्साहन मिलने की आस जगी है।

बिना आर्थिक सहायता कोच देते हैं प्रशिक्षण

जिला फुटबाल संघ के कोच विनोद कुमार को भी किसी तरह की आर्थिक सहायता नहीं मिल पाती है। फुटबाल के प्रति दीवानगी के कारण खिलाडिय़ों को अभ्यास सत्र में प्रशिक्षण देने का काम करते हैं। इनके द्वारा प्रशिक्षित तीन महिला व एक पुरूष वर्ग के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतियोगिता में बिहार टीम की ओर से खेल चुके हैं। विनोद बताते हैं कि उन्हें किसी तरह की सुविधा या सहायता सरकारी स्तर से नहीं मिलती है। स्थानीय खेल प्रतिभा को आगे लाने के लिए खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण देने का काम करते हैं।

तीन महिला खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय स्तर पर दिखाई धमक

जिले की तीन महिला खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में बिहार टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। पूजा कुमारी लगातार सात बार, स्मिता कुमारी दो बार तथा प्रीती कुमारी तीन बार राज्य टीम में शामिल हो चुकी है। सुरेश हांसदा ने पुरूष् वर्ग में बिहार टीम का प्रतिनिधिनित्व कर चुके हैं। महिला टीम की पूजा, स्मिता व प्रीती ने बताया कि सरकारी स्तर से उनलोगों को किसी तरह की सुविधा नहीं मिल पा रही है। संघ अपने स्तर से खिलाउ़यिों के लिए बूट, जर्सी सहित अन्य संसाधन जुटाया जाता है।

डिप्टी सीएम से जगी है आस

उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद जिला फुटबाल संघ के अध्यक्ष हैं। डिप्टी सीएम बनने के बाद संघ व फुटबाल खिलाडिय़ों के बीच आशा की किरण जगी है। उपमुख्यमंत्री ने संघ की नई कमेटी का गठन करने को कहा है। उन्होंने फुटबाल संघ एवं खिलाडिय़ों को आवश्यक संसाधन मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।

जिला फुटबाल संघ को प्रशासनिक व विभागीय स्तर से किसी तरह की सहायता व संसाधन उपलब्ध नहीं कराया जाता है। संघ ने अपने स्तर व सामाजिक सहयोग से खिलाडिय़ों के लिए खेल सामग्री व संसाधन जुटाने का काम करता है। उपमुख्यमंत्री का पूर्व में भी सक्रिय सहयोग मिला है। डिप्टी सीएम ने संघ को आवश्यक संसाधन मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। -दिलीप कुमार साह उर्फ भोला, महासचिव, जिला फुटबाल संघ 

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