भारी बारिश के बाद चांदन डायवर्जन पर मंडराने लगा खतरा, डायवर्जन के उपर से बह रहा दो फीट पानी

बांका में भारी बारिश के बाद चांदन डायवर्जन पर खतरा मंडराने लगा है। डायवर्जन के उपर से दो फीट पानी बह रहा है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। गुरुवार देर शाम से ही यह स्थिति बनी हुई है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 12:54 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 12:54 PM (IST)
भारी बारिश के बाद चांदन डायवर्जन पर मंडराने लगा खतरा, डायवर्जन के उपर से बह रहा दो फीट पानी
बांका में भारी बारिश के बाद चांदन डायवर्जन पर खतरा मंडराने लगा है।

जागरण संवाददाता, बांका। हथिया नक्षत्र की तेज बारिश एक बार फिर जिला पर आफत बनकर आई है। बारिश से सुबह ही चांदन नदी ऊपरी इलाके में उफना गई। शाम तक बारिश का यह पानी बांका शहर के समीप पहुंच गया और नदी में महीने भर पहले किसी तरह तैयार हुआ, डायवर्जन पर चढ़ गया। घंटे भर में ही पानी के तेज ने डायवर्जन को कई जगह छलनी कर दिया। इस रास्ते में कई जगह गहरा कटाव हो रहा है। इससे डायवर्जन पर यातायात पूरी तरह बंद हो गया है। शाम को लोगों के वापस लौटने के वक्त ही नदी में पानी काफी बढ़ गया है।

इस पानी से अब सबसे अधिक परेशानी शुक्रवार सुबह पीबीएस कालेज में होने वाली पंचायत चुनाव की मतगणना में होगी। अधिकांश कर्मी के साथ छह पंचायत के प्रत्याशी और एजेंट का बांका पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। खासकर वार्ड और पंच पद के हजारों प्रत्याशी मुश्किल में फंस गए हैं। बड़े वाहन वाले प्रत्याशी रजौन-अमरपुर होकर वापस बांका आ सकेंगे। सबसे आश्चर्य कि देर रात के बाद चांदन डैम भी स्पील करना शुरु हो गया है। एक दिन पहले तक यह आठ फीट तक खाली था। बस दिन की बारिश में ही यह भरकर स्पील कर गया है।

बरसात रुके बगैर इसे ठीक कराना मुश्किल

पंचायत चुनाव के वक्त हथिया नक्षत्र की इस बारिश ने प्रशासन की ङ्क्षचता फिर बढ़ा दी है। नदी में पानी कम होने तक इसे ठीक करने का कोई काम नहीं हो सकता है। पानी कम होने पर भी इसे ठीक करने में डेढ़ से दो सप्ताह का वक्त लगना तय है। ऐसे में तीसरे चरण में रजौन और चौथे चरण में बौंसी का मतदान प्रशासन की कठिन परीक्षा लेगा। इसी बीच त्योहारों का मौसम भी शुरु हो जाएगा। बांका के लोगों की मुसीबत किसी तरह से कम होती नहीं दिख रही है।

बारिश अब अगात धान को भी करेगा नुकसान

लगातार बारिश अब धान की अच्छी फसल को भी नुकसान करेगा। कई इलाकों में धान में बाली निकल गई ळै। बारिश से इसमें दाना बनने की प्रक्रिया बाधित होगी। अब मौसम साफ नहीं होने पर इस धान में चावल की जगह भूसी होगी। हालांकि हथिया नक्षत्र की हल्की बारिश धान को फायदा पहुंचाता। पौधा धुलने से पौधा लहलहा उठा है।

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