Cyclone Yaas ALERT: मौसम विभाग ने किया अलर्ट, संभलकर रहिए, भयंकर बारिश की उम्‍मीद

Cyclone Yaas ALERT भागलपुर में शुरू हो गया यास का असर। चारों ओर काले बादल छाने लगे हैं। भागलपुर और आसपास में आज से तीन दिनों तक तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश की संभावना है। अलर्ट जार कर दिया गया है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Wed, 26 May 2021 10:59 AM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 10:59 AM (IST)
Cyclone Yaas ALERT: मौसम विभाग ने किया अलर्ट, संभलकर रहिए, भयंकर बारिश की उम्‍मीद
भागलपुर में लगे बादल का दृश्‍य। बारिश की संभावना।

संवाद सहयोगी, भागलपुर। भागलपुर और आसपास में बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान 'यास' का असर दिखने लगा है। बुधवार की अहले सुबह से ही चारों और बादल छाया हुआ है दिन में ही शाम जैसी स्थिति हो गई है। मौसम पूरी तरह से बरसात के जैसा हो गया है। तेज  हवाओं के साथ सुबह से ही बूंदाबांदी  हो रही है। आसमान में बादलों की जमघट साफ तौर पर देखी जा सकती है। वहीं ऊंचे स्थानों पर तेज हवाएं भी महसूस हो रही है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो उड़ीसा के समुद्री तट पर चक्रवाती तूफान की टकराने के बाद यह झारखंड की ओर प्रवेश करेगा और वहां से होते हुए आज शाम तक भागलपुर और उसके आसपास में प्रवेश करने का पूर्वा अनुमान है।

मौसम पूर्वानुमान

हालांकि इसका असर आज सुबह से ही देखा जा रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान में आज भागलपुर  में  बारिश और तेज हवा बादल का गर्जन चमकती बिजली और वज्रपात होने की संभावना है। मई माह में भागलपुर में अब तक रिकॉर्ड 200 मिलीमीटर के आसपास बारिश हो चुकी है। इस तूफान का सबसे अधिक असर आज से तीन दिनों तक होगा।

तीन  दिनों में 200 मिली मीटर से ज्यादा बारिश होने की संभावना

चक्रवाती तूफान के बीच भागलपुर में तेज हवाओं और बादलों की गर्जना के साथ 200 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है। जो एक दिन में किसी भी जगह के लिए अत्यधिक बारिश की श्रेणी में आता है। चक्रवाती तूफान और आकाशीय बिजली से होने वाली संभावित क्षति को लेकर मौसम विभाग ने सभी लोगों को घरों में सुरक्षित रहने को कहा है।

खतरनाक बनता जा रहा है यास

बीएयू  के प्रसार शिक्षा के सह निदेशक डॉ आरएन सिंह किसानों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दिया है। कहा कि यास तूफान की विक्रालता बढ़ती जा रही है बिहार में दस्तक देते ही तेज हवा के साथ बारिश होगी जिससे नुकसान होगा वज्रपात की भी संभावना बढ़ रही है ऐसे में किसान खेतों में नहीं जाकर अपने घरों में सुरक्षित स्थान पर रहे। आम के  बाग में  बागवान  नहीं रहे।  सुरक्षित स्थान पर अपने जीवन की रक्षा करें। जैसा पुरवा अनुमान किया जा रहा है उससे भी ज्यादा यास तूफान की खतरनाक स्थिति हो इससे इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि यह प्राकृतिक आपदा है इसे रोक पाना किसी के बस में नहीं है लेकिन इससे सुरक्षा का प्रयास हमें जरूर करनी चाहिए इसे हमें हल्के में नहीं लेनी चाहिए।

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