बिहार पंचायत चुनाव: वोटिंग के दौरान मतदाताओं के अकाउंट से रुपये गायब, मुंगेर में बायोमेट्रिक मशीन की आड़ में ठगी

बिहार के मुंगेर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां बिहार पंचायत चुनाव के नौवें चरण के दौरान वोट डालने पहुंचे मतदाताओं के खाते से अचानक रुपये गायब होने लगे। पोलिंग बूथ पहुंचे मतदाताओं ने जैसे ही बायोमेट्रिक पर अंगुली रखी उनके पैसे कटने लगे।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 08:56 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 11:55 AM (IST)
बिहार पंचायत चुनाव: वोटिंग के दौरान मतदाताओं के अकाउंट से रुपये गायब, मुंगेर में बायोमेट्रिक मशीन की आड़ में ठगी
एसडीओ ने बायोमेट्रिक मशीन चलाने वाले को लिया हिरासत में।

संवाद सूत्र, मुंगेर। बिहार पंचायत चुनाव 2021 के नौवें चरण के दौरान मतदाताओं के सामने उस समय अजीबो गरीब स्थिति आ गई, जब वे वोट डालने पोलिंग बूथ पहुंचे। वहां मतदाताओं को बायोमेट्रिक मशीन पर वेरिफिकेशन के दौरान गुमराह कर उनके बैंक अकाउंट से पैसे गायब किए जा रहे थे। मामला मुंगेर सदर प्रखंड के चड़ौन में बूथ संख्या 145 का है। एसडीओ खुशबू गुप्ता ने बताया कि हवेली खड़गपुर के रवि कुमार सिंह के पास से निर्वाचन आयोग के मशीन के अलावे एक दूसरी मशीन भी जब्त की गई है। वह मतदाताओं को गुमराह कर खाते से निकासी कर रहा था।

सदर प्रखंड स्थित चड़ौन मध्य विद्यालय में बने मतदान केंद्र पर बायोमेट्रिक सिस्टम की आड़ में सोमवार को एक दर्जन मतदाताओं के खाते से राशि की निकासी कर ली गई। वोट देने के बाद मतदाताओं के मोबाइल पर खाते से राशि की निकासी का संदेश आया, तो सभी ने हंगामा करना शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही सदर एसडीओ खुशबू गुप्ता पहुंची और बायोमेट्रिक मशीन पर प्रतिनियुक्त युवक को हिरासत में लिया। युवक ने राशि निकासी की बात स्वीकार कर ली है। युवक हवेली खड़गपुर का रवि कुमार सिंह है।

दरअसल, पंचायत चुनाव में फर्जी वोटिंग को रोकने के लिए बूथों पर राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर बायोमेट्रिक सिस्टम वोटरों का अंगूठा लिया जा रहा था। आरोपित रवि कुमार सिंह भी मध्य विद्यालय चड़ौन स्थित बूथ संख्या-145 पर मतदान करने पहुंचे वोटरों को आधार कार्ड नंबर भी ले रहा था। जब कुछ वोटर मतदान कर घर पहुंचे तो मोबाइल पर उनके खाते से राशि की निकासी का मैसेज आया। वोटर जब इसकी शिकायत करने पहुंचा तो उसे भगा दिया। इस बीच तीन बजे के बाद कई वोटर मोबाइल में आए संदेश लेकर बूथ पर पहुंचे और हंगामा करने लगे। बूथ पर अफरातफरी मच गई। युवक को हिरासत में लिया और उसके पास से दो बायोमेट्रिक सिस्टम बरामद हुआ। एक मशीन चुनाव की आयोग की ओर से दी गई थी, दूसरा आरोपित का था। आरोपित को एक कामन सर्विंस सेंटर ने प्रशासन को मुहैया कराया था।

किसी के खाते से पांच तो किसी से 10 हजार की निकासी

आरोपित ने चड़ौन गांव की निभा कुमारी के खाते से संजीत को पांच हजार, आनलाइन ट्रांसफर किया। सोनी कुमारी के खाते से 10 हजार, मधु देवी के खाते से 10 हजार, जयराम चौधरी के खाते से 10 हजार, विभा देवी के खाते से 10 हजार, अमृता प्रीतम के खाते से 10 हजार, उषा कुमारी के खाते से चार हजार सहित कई और के खातों से आधार कार्ड को माध्यम से निकासी की। सभी वोटरों का खाता दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में है। बैंक बंद हो जाने की वजह से खातों को अपडेट तक नहीं करा सके।

भोलेभाले मतदाता टारगेट पर

आरोपित रवि ने स्वीकार किया वह भोलेभाले मतदाता को ही टारगेट बनाया। पूछताछ में बताया कि निर्वाचन आयोग की ओर से टैब दिया गया था, उसके अतिरिक्त वह अपना अंगूठा मशीन लेकर बूथ पर पहुंचा था। एक बार वह मतदाता का अंगूठा निर्वाचन आयोग के मशीन पर लेता था, दूसरी बार वह अपने मशीन पर। ठगी के शिकार हुए मतदाताओं ने जब दो-दो बार अंगूठा लगाने की बात कही तो सभी को सही से अंगूठा नहीं लगाने की बात कही। मतदाता जब वोट देकर निकलते ही खाते से राशि की निकासी कर लेता था।

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