साइबर अपराध मुंगेर: वोट डालते ही खाते से कैसे निकल गए रुपये, गिरफ्तार शातिर ने पूछताछ में दी अहम जानकारी

बैंक के सीएसपी सेंटर में तैनात था साइबर शातिर रवि कुमार सिंह ने पूछताछ में दी अहम जानकारी कामन सर्विस सेंटर संचालक भी रडार पर। एक बैंक के सीएसपी सेंटर में काम करता था। बिहार पंचायत चुनाव के के दौरान मतदाताओं के बैंक खाते से रुपये गायब हो गए थे।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 09:37 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 09:37 PM (IST)
साइबर अपराध मुंगेर: वोट डालते ही खाते से  कैसे निकल गए रुपये, गिरफ्तार शातिर ने पूछताछ में दी अहम जानकारी
साइबर शातिर रवि कुमार सिंह से पुलिस ने पूछताछ की है।

संवाद सूत्र, मुंगेर। पंचायत चुनाव के दौरान सोमवार को एक दर्जन मतदाताओं से बायोमेट्रिक सिस्टम की आड़ में खाते से निकासी करने का आरोपित रवि कुमार सिंह को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया। पूछताछ के क्रम में रवि ने कई जानकारी दी है। रवि ने इस साइबर ठगी में कई और के होने की बात कही है। पुलिस इस पर गुप्त रूप से कार्रवाई कर रही है।

सदर प्रखंड के सीओ शशिकांत कुमार के बयान पर मुफस्सिल थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस इस घटना के बाद और चौकस हो गई है। साइबर अपराध से जुड़े अन्य सरगना की कुंडली खंगालने में जुट गई है। दरअसल, सोमवार को पंचायत चुनाव के दौरान चड़ौन स्थित बूथ पर शातिर रवि ने एक दर्जन वोटरों के खाते से रुपये की निकासी कर ली थी। एसपी जग्गुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि पूछताछ में कई जानकारी मिली है। पुलिस कार्रवाई कर रही है, जल्द ही रिजल्ट दिखेगा।

बैंक के सीएसपी सेंटर में तैनात है रवि

पंचायत चुनाव में फर्जी वोटिंग रोकने के लिए इस बार बायोमेट्रिक सिस्टम से हर वोटरों के अंगुठे का निशान लेने के लिए एक बैंक के सीएसपी सेंटर में कार्यरत रवि कुमार सिंह की तैनाती बूथ पर की गई थी। रवि को जिला निर्वाचन की ओर से एक बायोमेट्रिक मशीन उपलब्ध कराई गई थी, लेकिन रवि प्रशासन की आंख में धूल झोंक एक खुद का बायामेट्रिक मशीन लेकर बूथ पर पहुंचा।

वोट देने के लिए बूथ पर पहुंचने वाले वोटरों को दोनों मशीनों में आधार के साथ अंगूठे का निशान लिया। वोटर जब मतदान करके घर पहुंचे तो मोबाइल पर खाते से राशि की निकासी का संदेश आया। वोटर मैसेज देखकर बूथ पर पहुंचे और हंगामा करने लगे। एसडीओ ने शातिर को हिरासत में लिया था। मुफस्सिल थानाध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार ने बताया कि साइबर बदमाश को जेल भेजने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

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