युवा संसद में हिस्सा लेने वाली ऋषिका की गौ भक्ति, भागलपुर में तड़प रही घायल गाय का किया रेस्क्यू
भागलपुर में एक गाय कई कई हफ्ते से तड़प रही थी। वह घायल थी। गर्दद टूट गई थी। भागलपुर की ऋषिका कुमारी सहित उसके कई साथियों ने इसका रेस्क्यू किया। गोशाला पहुंचकर इलाज करवाया। दवा उपलब्ध कराया। सेवा की।
आनलाइन डेस्क, भागलपुर। भागलपुर के मिरजानहाट इलाके में पिछले कई दिनों से एक गाय घायल हालत में पड़ी हुई थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक दुर्घटना में गाय की गर्दन टूट गई थी। घायल गाय को बचाने के लिए 2020 में युवा संसद में हिस्सा लेने वाली ऋषिका कुमारी ने किया। वह एसएम कालेज की छात्रा और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की स्वयंसेवक हैं। उसने गाय को बचाने के लिए मारवाड़ी कालेज एनएसएस के ग्रुप लीडर मृत्युंजय सिंह से संपर्क किया।
मृत्युंजय जानकारी पाकर अपने ऋषिका के बताए जगह पर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय लोगों की मदद से मरणासन्न हालत में पड़ी गाय ठेले पर रखा। इसके बाद उसे लेकर गोशाला पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उसका प्रारंभिक इलाज किया। इसके बाद मृत्युंजय व उसके साथियों ने गाय को गोशाला को सौंप दिया। इलाज के दौरान सभी वहींं थे। दवा भी उपलब्ध करवाया। इसमें उनकी मदद रिचा समेत अन्य स्थानीय लोगों ने किया। एनएसएस के इस कार्य की स्थानीय लोग खूब सराहना कर रहे हैं। टीएमबीयू के एनएसएस समन्वयक डा. अनिरूद्ध कुमार ने भी स्वयंसेवकों के इस कार्य की सराहना की है।
ऋषिका ने कहा कि शहर में कई स्थानों पर गाय के अलावा भी ऐसे पशु घायल हालत में पड़े रहते हैं। जिसकी मदद के लिए लोगों को आगे आना चाहिए। उसने कहा कि ऐसे घायलों की मदद के लिए ऐसा प्लेटफार्म होना चाहिए जहां लोग मदद मांग सके। उसने बताया कि घायल गाय को देख मदद करने की कई दिनों से इच्छा थी, इसके लिए कई लोगों से संपर्क कर ऐसे एनजीओ के बारे में पता करना चाहा, लेकिन ऐसे किसी एनजीओ के बारे में जानकारी नहीं मिली। ऐसा कोई प्लेटफार्म नहीं रहने के बाद उसने एनएसएस के साथ संपर्क किया। जहां उनके साथी स्वयंसेवकों ने उसकी इस काम में मदद की। कहा कि गाय माता के समान है। हरेक परिस्थिति में उसकी रक्षा होनी चाहिए। गाय हमेशा लोगों को लाभ देती है।