राज्य निर्वाचन आयोग के खिलाफ मधेपुरा में पार्षदों ने निकाला जुलूस, की जमकर नारेबाजी

मधेपुरा में राज्य निर्वाचन आयोग के खिलाफ पार्षदों का गुस्सा देखने को मिला। उन्होंने जुलूस निकालकर जमकर नारेबाजी की। इस आक्रोश के पीछे की वजह मुख्य पार्षद चयन के लिए निर्धारित तिथि की घोषणा नहीं करने करना रहा। इसके साथ पार्षदों ने प्रतिक्रिया भी दी।

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 05:42 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 05:42 PM (IST)
राज्य निर्वाचन आयोग के खिलाफ मधेपुरा में पार्षदों ने निकाला जुलूस, की जमकर नारेबाजी
मधेपुरा में पार्षदों ने राज्य निर्वाचन आयोग के खिलाफ निकाला जुलूस।

संवाद सूत्र, मधेपुरा। नप पार्षद संघर्ष समिति के के तहत मुख्य पार्षद चयन के लिए निर्धारित तिथि की घोषणा नहीं करने के विरूद्ध जारी आंदोलन के दूसरे दिन रविवार को राज्य निर्वाचन आयोग के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान पुतला दहन भी किया। साथ ही राज्य निर्वाचन आयोग के खिलाफ नारेबाजी की। इससे पूर्व पार्षदों ने नगर परिषद से अर्थी जुलूस निकालकर बीपी मंडल चौक पर पहुंचे। पूर्व मुख्य पार्षद निर्मला देवी ने कहा कि निर्वाचन आयोग पूरी तरीके से भ्रष्ट हो गया है। जहां कुछ सुनवाई नहीं हो पा रही है। इस मामले में जिला प्रशासन का रवैया भी संदिग्ध है। जिला प्रशासन इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। छह अगस्त से मुख्य पार्षद का पद रिक्त है लेकिन अभी तक चुनाव की तिथि निर्धारित नहीं की गई है। 11 सितंबर को हम सभी पार्षद डीएम से मिले, बावजूद समस्या का निराकरण नहीं हो रहा है।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व चुनाव आयोग लोकतंत्र प्रणाली को ध्वस्त करने की कोशिश कर रही है। चुनाव आयोग को अगर लगता है कि छह अगस्त को नगर परिषद की विशेष बैठक अवैध था तो उसे रद करते हुए पुन: चुनाव प्रक्रिया की जाए। वहीं अगर चुनाव वैद्य है तो तो अभिलंब मुख्य पार्षद के चुनाव की तिथि निर्धारित की जाए। इससे नगर परिषद में रूके विकास कार्य में तेजी लाया जा सके।

ये भी पढ़ें- बिहार विधानसभा उपचुनाव: Hot Seat बन गया मुंगेर का तारापुर, क्या कुछ कहता है इतिहास?

पार्षद अशोक कुमार सिंहा ने कहा कि नप में लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं रहने के कारण विकास कार्य अवरूद्ध है। प्रधानमंत्री आवास योजना अभी तीसरे चरण में ही फंसा है। जबकि अन्य जिले में यह पांचवें को भी पार कर रहा है। उन्होंने सीधे सीएम से इस मामले में दखल देने की मांग की है। मौके पर रतन देवी, सुप्रिया कुमारी, कंचन कुमारी, कुमारी विनीता भारती, अभिलाषा कुमारी, उषा देवी, अहिल्या देवी, अनमोल कुमार, नारायण पाती, रेखा देवी, सीमा देवी, अशोक कुमार यादव, रीता कुमारी, चंद्रकला देवी, रेखा देवी समेत अन्य पार्षद मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी