शिक्षकों के वेतन पर कोरोना की नजर, कैसे मनेगी ईद, कई माह का है बकाया
कोरोना काल में शिक्षकों को मानदेय नहीं मिल रहा है। इससे काफी परेशानी हो रही है। कई को दो तो कई को छह माह से नहीं हुआ है वेतन का भुगतान। मुस्लिम समुदाय के शिक्षकों को इस बार ईद में आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। शिक्षकों के वेतन पर कोरोना की नजर लग गई है। जिले के प्राथमिक, मध्य और उच्च विद्यालयों में तैनात शिक्षकों को छह माह से लेकर छह माह तक वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। ऐसे में शिक्षक ईद कैसे मनाएंगे, इनकी ईद फीकी रहेगी। सर्व शिक्षा अभियान मद से भुगतान पाने वाले प्रारंभिक विद्यालयों के पंचायत प्रखंड और प्रधानाध्यापक और स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों को फरवरी तक का ही भुगतान हुआ है। सभी लंबे समय से वेतन की मांग कर रहे हैं।
लेकिन, बार-बार आश्वासन के बाद भी इन्हें वेतन नहीं मिला है। कई बार शिक्षकों के संघ ने भी आवाज उठाई है और मुख्यालय तक को भी आवेदन भेजकर वेतन की मांग की है। जिला में ऐसे करीब आठ हजार शिक्षक हैं जिन्हें दो महीने से वेतन नहीं मिला है। इन्हें फरवरी तक का ही वेतन मिला है। सुल्तानगंज नगर परिषद क्षेत्र के शिक्षकों को छह माह के बकाये वेतन के बदले मात्र दो माह का वेतन भुगतान हुआ है। पिछले चार महीने के वेतन का भुगतान नहीं हुआ है।
प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष शेखर गुप्ता ने बताया कि जिले के जीओबी (बिहार सरकार) मद से भुगतान पाने वाले नगर-निगम, नगर पंचायत, नगर परिषद शिक्षकों सहित सन्हौला प्रखंड शक्षिकों को दो माह मार्च और अप्रैल का वेतनादि भुगतान किया गया।
उन्होंने कहा कि सर्व शिक्षा अभियान मद से भुगतान पाने वाले जिले के पंचायत, प्रखंड शक्षिकों सहित प्रधानाध्यापकों और स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों को लॉकडाउन के समय और समय से वेतन भुगतान नहीं करना खासकर अल्पसंख्यक समुदाय के शिक्षकों के त्योहार ईद में भी शिक्षकों को ससमय वेतन की उपलब्धता नहीं हो पाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। कोविड संक्रमण की इस विषम परस्थिति में वेतन के अभाव में काफी शिक्षक अपना समुचित उपचार नहीं करवा पा रहे हैं।
कल मनाया जाएगा ईद : 14 मई को ईद मनाया जाएगा। इस बार चांद नहीं दिखा था। शुक्रवार को ईद होने के कारण मुस्लिम समुदाय में खुशी है।