कोरोना वैक्सीन के प्रभाव-दुष्प्रभाव पर शोध करेंगे टीएमबीयू के छात्र
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के छात्र-छात्राएं कोरोना वैक्सीन से होने व
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के छात्र-छात्राएं कोरोना वैक्सीन से होने वाले प्रभाव-दुष्प्रभाव पर शोध करेंगे। इसके लिए टीएमबीयू में तैयारी शुरू कर दी गई है। सोमवार को टीएमबीयू के परामर्शन सेवा केंद्र द्वारा वर्चुअल जागरुकता कार्यक्रम के दौरान यह निर्णय लिया गया।
इस कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े छात्र-छात्राओं को वैक्सीन की प्रक्रिया एवं इसके प्रभावों के बारे में बताया गया। उन्हें बताया गया कि कोरोना के प्रभाव को वैक्सीन किस तरह कम करता है। साथ ही उन्हें वैक्सीन लेने को लेकर जागरूक भी किया गया।
संवाद के दौरान यह बात सामने आई कि ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीन को लेकर अलग-अलग भ्रांतियां हैं। इसके अलावा कई तरह की अफवाह भी है। जिस वजह से लोग वैक्सीन को लेकर आशंकित हैं। उन्हें डर है कि वैक्सीन के कारण उन्हें परेशानी हो सकती है। इस समस्या से निपटने के लिए मनोविज्ञान विभाग के शिक्षकों और विद्यार्थियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को जागरुक करने का कार्य करेंगे।
इस दौरान सबों ने वैक्सीन की चेन बनाकर कोरोना की चेन को तोड़ने का संकल्प लिया।
विद्यार्थियों और शिक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वे जहां भी जागरुकता अभियान चलाएंगे, वहां अगर वैक्सीन लेने के बाद किसी की मृत्यु या किसी तरह की परेशानी हो तो वे उसकी केस स्टडी तैयार करें। जिसका अध्ययन किया जाएगा। स्टडी रिपोर्ट के आधार पर वे लोग और बेहतर कार्य कर सकेंगे। टीएमबीयू के पीआरओ डॉ. दीपक कुमार दिनकर ने बताया कि इस कार्यक्रम में परामर्शन सेवा केंद्र के संयोजक एवं कुलसचिव डॉ. निरंजन प्रसाद यादव के अलावे डॉ. रेखा सिन्हा, डॉ. एसएन चौधरी, डॉ. विवेकानंद साह, डॉ. जनक कुमारी श्रीवास्तव मौजूद थीं। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. लक्ष्मी पांडेय ने किया।