Corona Fighters: जानिए... इनके बारे में, कैसे कोरोना को हराया, 60 के उम्र में कम नहीं हुआ हौसला
Corona Fighters जीना इसी का नाम है भागलपुरसबौर के ललन ठाकुर को स्वस्थ होने पर कोविड सेंटर से किया गया डिस्चार्ज। गांव-मोहल्लों को आप करेंगे जागरूक कोरोना से करेंगे दो-दो हाथ। इन्होंने कोरोना को इस उम्र हराकर लोगों को प्रेरणा दी। पॉजिटिव बनें।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Corona Fighters:कोरोना का नाम सुनते ही लोग सहम जाते हैं। कोई पॉजिटिव हो जाता है तो घर से लेकर मोहल्लों में हड़कंप मच जाता है। ऐसे में 62 की उम्र में सबौर के ललन ठाकुर ने कोरोना को हराकर समाज को नया संदेश दिया है। धैर्य और साहस का परिचय देते हुए करीब दो सप्ताह तक दो-दो हाथ किया है। आखिरकार कोरोना हार गया और इन्होंने की जिंदगी की जंग जीत ली। पूरी तरह ठीक होकर घर गए। अस्पताल से निकले तो स्वास्थ्य कर्मियों ने तालियां बजाकर विदाई दी। इलाज के दौरान चिकित्सा कर्मियों के सहयोगात्मक रवैये से उन्हें और बल मिला और इस बीमारी को हरा दिया। 24 अप्रैल को ललन ठाकुर को पॉजिटिव होने के बाद टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर स्थित कोविड सेंटर में भर्ती हुए थे। शुक्रवार को उन्हें कोविड सेंटर से छुट्टी दी गई।
शुरुआत में बढ़ गई थी घबराहट
आइसोलेशन वॉर्ड में जब पहुंचे तो उनकी घबराहट ने डॉक्टरों की टेंशन बढ़ा दी। इलाज से ज्यादा काउंसलिंग की जरूरत पड़ी। कोविड सेंटर में डॉ. अमित शर्मा और उनकी पूरी टीम ने हौसला बढ़ाया। कोविड सेंटर में मिले पौष्टिक खाने ने इम्युनिटी मजबूत की। हौसले और इम्युनिटी की मजबूती के आगे कोरोना 13 दिनों में खत्म हो गया। डॉ अमित शर्मा ने कहा कि अभी वह घर पर ही क्वारंटाइन रहेंगे। डॉ. नीरज गुप्ता ने बधाई दी और हौसला आफजाई किया। उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है, इसका मुकाबला करें। पीड़ित ने कहा कि क्वारंटाइन अवधि पूरा होने के बाद समाज और लोगों को जागरूक करेंगे, ताकि इस संक्रमित बीमारी की चपेट में नहीं आ सकें।
हर कोई लगाए कोविड वैक्सीन
ललन ठाकुर ने बताया की वे खुद कोरोना की वैक्सीन ली है। इसमें नुकसान कुछ भी नहीं है। सारे लोग वैक्सीन लगवाएं। बाकी नियमित योग, व्यायाम करता हूं। आधा घंटा टहलता हूं। ईश्वर की आराधना से भी शक्ति मिलती है। यह भी मेरी दिनचर्या का हिस्सा है। सेहत को नजरअंदाज नहीं करते हैं।