बिहार में RJD विधायक रामदेव यादव पर हमला, क्वारंटाइन सेंटर में नाराज प्रवासियों ने दिया अंजाम
Migrants attacked MLA Ramdev Yadav बिहार के बांका में राजद विधायक रामदेव यादव पर नाराज प्रवासियों ने हमला कर दिया है। क्वारंटाइन सेंटर में व्याप्त अव्यवस्था से नाराज थे।
बांका, जेएनएन। Angry Migrants attacked MLA Ramdev Yadav : जिले के एक राजद विधायक पर प्रवासियों ने हमला कर दिया। प्रवासी क्वारंटाइन सेंटर से बाहर निकलकर सड़क पर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रवासियों का आरोप है कि क्वारंटाइन सेंटर में किसी भी प्रकार व्यवस्था नहीं है और न ही शारीरिक दूरी का पालन किया जाता है।
न भोजन की व्यवस्था है न शौचालय की
प्रशासनिक अधिकारी यहां की व्यवस्था को सुदृढ़ करने का प्रयास नहीं कर रहे। प्रवासियों का आरोप है कि प्रतिदिन बाहर से आने वाले लोगों को यहां भेड़-बकरी की तरह ठूंसकर रखा जाता है। ना तो यहां भोजन की व्यवस्था है और न ही शौचालय की। यहां तक कि एक ही कमरे में कई लोगों को रखा जा रहा।
नाराज प्रवासियों ने जाम की सड़क
इसी बात से आक्रोशित प्रवासियों ने सोमवार को दोपहर बाद सड़क जाम कर दिया। क्वारंटइन सेंटर कांवरिया धर्मशाला में है। प्रवासियों ने धर्मशाला से बाहर निकलकर सड़क जाम दिया। इसी दौरान इस मार्ग से बेलहर के राजद विधायक रामदेव यादव गुजर रहे थे। प्रवासियों ने विधायक की गाड़ी को घेर लिया। वाहन चालक और विधायक के अंगरक्षक संजीव कुमार जबरदस्ती वाहन को पार करने लगे।
वाहन पार करने को लेकर बॉडीगार्ड से हुआ विवाद
वाहन पार करने के दौरान प्रवासियों और विधायक के बॉडीगार्ड में नोंकझोक होने लगी। नाराज होकर प्रवासियों ने गाड़ी पर हमला कर दिया। इस हमले में गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। हमले में विधायक रामदेव यादव को भी चोटें लगी। घटना की प्राथमिकी दर्ज की गई है। अंगरक्षक संजीव कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराते हुए पुलिस को सारी जानकारी दी।
विधायक ने सरकार पर लगाया आरोप
विधायक रामदेव यादव ने कहा कि राज्य में क्वारंटाइन सेंटर में किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं है। इस कारण प्रवासियों को काफी परेशानी होती है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को कोरोना वायरस से निपटने में अक्षम बताया। उन्होंने प्रवासियों द्वारा जाम लगाने की निंदा की। उन्होंने कहा कि इससे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने और इसके प्रसार को रोकने के लिए भीड़ से दूर रहना चाहिए था। इसके बावजूद प्रवासियों सड़क जाम कर रहे थे, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।