गांवों में तेजी से बढ़े कोरोना संक्रमण के मामले
प्रवासियों के लौटने के बाद पूर्व बिहार कोसी और सीमांचल में कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह हो गई है।
भागलपुर। प्रवासियों के लौटने के बाद पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल में कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह हो गई है। अब शहरों से अधिक गांवों में मरीज मिल रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के मामलों में पूर्व बिहार पहले पायदान पर है। इसके बाद सीमांचल और फिर कोसी का स्थान आता है। पूर्व बिहार के खगड़िया में कोरोना संक्रमण के 256, भागलपुर में 214 और मुंगेर में 182 मामले सामने आ चुके हैं।
जमुई में कोरोना संक्रमण के सबसे कम 41 मामले सामने आए हैं। काफी दिनों तक यहां कोई संक्रमित नहीं था, लेकिन प्रवासियों के लौटने के बाद संक्रमण के मामले सामने आने शुरू हो गए। पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल में सबसे पहले पूर्व बिहार के मुंगेर में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया था। यहां कतर से लौटा एक मरीज संक्रमित मिला था। बाद में उसकी मौत हो गई थी। उसके संपर्क में आकर कई लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। इसके बाद तब्लीगी जमात कनेक्शन के कारण मुंगेर में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई थी। अब प्रवासियों के लौटने के बाद एकाएक कोरोना संक्रमण के मामले में विस्फोट सा हुआ है। अब तक पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल में कोरोना संक्रमण के कुल 1551 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 680 लोग स्वस्थ हुए हैं। शहरों में कोरोना संक्रमण के 225 और गांवों में 1257 मामले सामने आए हैं। शहरों में 176 और गांवों में 446 लोग ठीक होकर लौट चुके हैं। पूर्व बिहार के जमुई-मुंगेर में एक-एक और खगड़िया में तीन मरीजों की इस कारण मौत हो चुकी है। कोसी और सीमांचल के जिलों में कोरोना संक्रमण से मौत का कोई मामला सामने नहीं आया है। ट्रेनों और बसों से आए प्रवासियों को तो क्वारंटाइन कर दिया गया, लेकिन पैदल, साइकिल या फिर अन्य माध्यमों से गांव पहुंचे लोगों में से कई संक्रमित मिले। यद्यपि, अब कोरोना पॉजिटिव अधिकांश मरीज क्वारंटाइन केंद्रों से ही मिल रहे हैं। ऐसे में इनसे संक्रमण फैलने का अधिक खतरा नहीं है।