सहरसा में बिजली कटौती से परेशान उपभोक्ता सड़क पर उतरे, रोड जाम कर विभाग के खिलाफ की नारेबारी

सहरसा में बिजली कटौती से परेशान लोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। लोगों ने बताया कि महिषी प्रखंड के 80 गांव एवं नवहट्टा प्रखंड के 84 गावों में बिजली आपूर्ति ठप है। तेज हवा चलने व हल्की बारिश होने पर भी कई दिनों बिजली नहीं मिलती है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 05:32 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 05:32 PM (IST)
सहरसा में बिजली कटौती से परेशान उपभोक्ता सड़क पर उतरे, रोड जाम कर विभाग के खिलाफ की नारेबारी
सहरसा में बिजली कटौती से परेशान लोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया।

संसू, महिषी (सहरसा)। बिजली आपूर्ति की लचर व्यवस्था से नाराज बिजली उपभोक्ताओं ने बुधवार को बलुआहा गंड़ौल पथ को बहोरवा पीएसएस के समीप तीन घंटे तक सड़क जाम कर यातायात को बाधित कर दिया। जाम कर रहे मस्लेउद्दीन, हिमातुल्लाह, शाहिद ,रहमतुल्लाह ,निहाल अहमद ने बताया कि पिछले चार दिनों से इस बहोरवा पावर स्टेशन से जुड़े महिषी प्रखंड के 80 गांव एवं नवहट्टा प्रखंड के 84 गावों में बिजली आपूर्ति ठप है। तेज हवा चलने व हल्की बारिश होने पर भी कई दिनों बिजली नहीं मिलती है। एक तरफ सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में बिजली पहुंचने के बाद से ही किरोसिन आपूर्ति में कटौती कर दी है। दूसरी ओर विभाग के अधिकारियों की लचर व्यवस्था के कारण उपभोक्ता परेशान हैं। जलई ओपी प्रभारी मो. फहिमउल्लाह,पंसस क्यामुल द्वारा विभाग के वरीय अधिकारियों से बातकर जाम कर रहे लोगों को समुचित आपूर्ति किये जाने का भरोसा दिया। जिसके बाद जाम समाप्त हो सका।

क्या कहते हैं विभागीय अधिकारी

कनीय अभियंता अविनाश कुमार ने बताया कि बहोरवा पीएसएस को कुशेश्वर ग्रिड से बिजली की आपूर्ति मिलती है। जिसमें तकनीकी खराबी होने के कारण और इस मार्ग में पानी भर जाने से उत्पन्न हुई समस्या से बिजली आपूर्ति दुरूस्त करने में देर हुई है। आने वाले बाढ़ को देखते हुए बहोरवा पीएसएस को जमालपुर से जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। ताकि मैंटेनेंस कार्य करवाया जा सके। वहीं विभाग के सहायक अभियंता पंकज देशमुख ने बताया कि बहोरवा पीएसएस में कुशेश्वर ग्रिड से बिजली आती है। जिसकी दूरी 42 किमी है। इसमें से 22 कमी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पड़ता है। ऐसी स्थिति में परेशानी होती है ।इसके समाधान के लिए दो माह पहले भेलाही में ग्रिड निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है। भेलाही ग्रिड बनने से बहोरबा ,ऐना,जमालपुर एवं डरहार पीएसएस को बिजली आपूर्ति में आने वाली कठिनाइयों को खत्म किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि बहोरवा पीएसएस कर्मीयों के सहयोग नहीं मिलने के कारण पीएसएस में मैंटेनेंस कार्य नहीं करवाया जा सका। इससे पहले इस पीएसएस में तीन बार मैंटेनेंस कार्य करवाया गया था।  

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