प्रथम राजकीय पक्षी महोत्सव का आज सीएम ने किया शुभारंभ, कहा यह नई पीढ़ी को पक्षी और पर्यावरण प्रेम का पढ़ाएगा पाठ

नागी नकटी पक्षी आश्रयणी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राजकीय पक्षी महोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया। इस दौरान उन्‍होंने 20 लाख की लागत से निर्मित आधुनिक संचेतन केंद्र का उद्घाटन भी किया। उन्‍होंने कहा कि नागी नकटी पक्षियों के लिए बेहतर जगह है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 07:20 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 07:37 PM (IST)
प्रथम राजकीय पक्षी महोत्सव का आज सीएम ने किया शुभारंभ, कहा यह नई पीढ़ी को पक्षी और पर्यावरण प्रेम का पढ़ाएगा पाठ
आज नागी पक्षी पक्षी अभ्‍यारणय में नौका विहार के लिए जाते सीएम।

 जमुई [सत्यम कुमार सिंह] । नागी पक्षी आश्रयणी के मनमोहक छटा को देख मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भय विभोर हो गए। नागी की प्रशंसा मुख्यमंत्री करते थक नहीं रहे थे। पक्षी संरक्षण, पर्यावरण एवं हरियाली तीनों परीक्षा में नागी पास हो गया। नागी के काम को देख मुख्यमंत्री काफी उत्साहित दिख रहे थे। यहां के उत्‍कृष्‍ट कार्य को देख उन्होने पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अधिकारी को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबें समय से नागी एवं नकटी पर प्रवासी पक्षियों का आगमन हो रहा है। इसकी जानकारी हमें हाल में दी गई। अगर यह जानकारी पहले हुआ होता तो कब आकर यहां पर घुम कर गया होता।

यह महोत्‍सव नई पीढ़ी को पक्षी और पर्यावरण के प्रति करेगा जागरूक

राजकीय पक्षी महोत्सव के माध्यम से विभाग ने आमलोगों के साथ साथ नई पीढ़ी को पक्षी एवं पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का कार्य किया है। इस महोत्सव में काफी संख्या में लोग भाग ले रहे हैं। इस पृथ्वी पर सिर्फ मनुष्य के रहने का अधिकार नहीं है। पक्षी-जानवर को पृथ्वी पर रहने का अधिकार है। जिसकी सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेबारी है। इस प्रकार के कार्यक्रम होने से लोगों को पर्यावरण के प्रति अधिक झुकाव होगा। मुझे बहुत खुशी हो रही है। विभाग ने एक अच्छा प्रयास किया है। पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। नयी पीढ़ी को पक्षी की जानकारी प्राप्त होगी।

क्षेत्र के लोग पक्षी प्रेमी हैं यह खुशी की बात

यहां के पत्थर दो से दस करोड़ साल पुराना है। जिसकी कल्पना करना मुश्किल है। इस क्षेत्र में पक्षी का शिकार नहीं किये जाने की बात सामने आई ,जो एक अच्छा निर्णय है। पक्षी के संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक होना बहुत जरूरी है। पक्षी के प्रति सरकार जागरूक है। सूबे के पांच जगहों पर पक्षी आश्रयणी है। वहां पर भी इस प्रकार को महोत्सव मनाया जाएगा। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद एवं जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी सहित प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।

नौका विहार का उठाया आनंद

राजकीय पक्षी महोत्सव में लोगों की भीड़ को देखकर पक्षी किनारे से दूर चले गए। इसेे देखने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद एवं मंत्री विजय चौधरी ने नौका का सहारा लिया। तीनों ने नागी जलाशय के बीच पहुंचकर विभिन्न प्रजाति के पक्षियों को देखा और आनंद उठाया। लगभग आधा घंटा तक नागी जलाशय में घुमते रहे और पक्षियों के बारे में भागलपुर डीएफओ से जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री को सुनने पहुंचे ग्रामीण नागी के नजदीक पहुंच गए। जिसका अभिभावदन मुख्यमंत्री सहित अन्य नेताओं ने हाथ हिलाकर की। जब नौका विहार का आनंद लेकर वापस लौटै मुख्यमंत्री ने नागी की प्रशंसा की।

सेल्फी प्वाइंट का किया उद्धघाटन

महोत्सव के दौरान नौका विहार के समीप विभाग ने एक सेल्फी प्वांइट का निर्माण कराया था। जहां पर मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री ने अपने अधिकारियां के साथ खड़ा होकर फोटो  खिंचवाया। उन्होने इसी दौरान बगल में बने वॉच टॉवर पर जाकर दुरबीन के माध्यम से पक्षियों व मनोरम ²श्य को निहारा। विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने कार्यक्रम के प्रत्येक जानकारी से मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री को अवगत करा रहे थे।

टिकटिक पक्षी को छल्ला पहनाकर किया आजाद

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पक्षी वैज्ञानिकों की पांच सदस्यों से पक्षी को लगाने वाले छल्ला के संदर्भ में बारकी से जानकारी ली। इस दौरान उन्होने दो टिकटिक पक्षी को छल्ला पहनाकर आजाद किया। पक्षी विशेषज्ञ अरविन्द मिश्रा ने बताया कि टिकटिक पक्षी रूस में पाया जाता है। इनदिनों नागी एवं नकटी पहुंचकर जीवन यापन कर कर रहा है। दोनो पक्षियों को इसी जगह से पकड़ा गया था। काफी अच्छे एवं मनमोहक पक्षी में से एक है। मुख्यमंत्री ने अरविन्द मिश्रा से पक्षी के संदर्भ में जानकारी प्राप्त किया। वही प्रधान सचिव दीपक कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि जिस पक्षी के पैर में छल्ला पहनाकर उड़ाया जाता है। किसी देश या राज्य में इस पक्षी को पकड़ता है तो उन्हें यह मालूम हो जाएगा कि किसी राज्य एवं क्षेत्र का पक्षी है। इस दौरान उपमुख्यमंत्री तारकिशोर ने भी पक्षी की जानकारी वैज्ञानिकों से ली। इस मौके पर वैक्षानिक में से डॉ नीता साह, डॉ एक वाला चन्द्रा, डॉ तौहलु , अरविन्द्र मिश्रा आदि उपस्थित थे।

स्टॉल का किया निरीक्षण

मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री ने महोत्सव के मौके पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण किया। उन्होने जिला औघोगिक नव प्रर्वतन योजना जमुई के द्वारा लगाए गए स्टॉल को देखा इस दौरान बोझायत गांव के पूजा हेम्ब्रम ने मुख्यमंत्री को प्रत्येक चीज की जानकारी दी। उन्होने बताया कि इस कार्य में जिले के 1600 जीविका कार्य कर रहे हैं। औषधीय पौधा का स्टॉल लगा था वहां लक्ष्मीपुर के अर्जुन मंडन ने मुख्यमंत्री को गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। साथ ही पौधा के संदर्भ में जानकारी दी। जिसमें लाल चंदन एवं महिला के लिए ङ्क्षसदुर वाले पौधे भी दिखाये। उसके बाद मुख्यमंत्री ने गया से पहुंचे संयुक्त वन प्रबंधन समिति के संचालक उत्तम ङ्क्षसह ने जंगल से मधु निकालकर कम दर पर शुद्ध मधु उपलब्ध कराने एवं उसके मुनाफे की जानकारी दी। वही नालंदा के नेपुरा गांव में बनाए जा रहे खादी के साढ़ी, कुर्ता का कपड़ा, मधुबनी पेंट के कपड़े आदि की जानकारी दी। साथ ही बांका से हर्बल गुलाल एवं सखुआ पत्ता प्लेट ग्रुप के सदस्यों ने निर्माण संबंधित जानकारी बताई। उड़ीसा बालेश्वर से मार्बल के बनाए गए पक्षी के बारे में बताया गया। इसी तरह अन्य स्टॉल पर पहुंचकर मुख्यमंत्री ने लोगों के हौंसला बढ़ाया।

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