तालिबान हुकूमत से तंग अफगानिस्तान के नागरिक बनें शरणार्थी, नेपाल के बाद भारत में भी एंट्री?

नेपाल के काठमांडू में अफगानिस्तान की तीन महिलाओं बच्चों समेत कुल 11 लोगों को अवैध एंट्री के चलते डिटेन किया गया। इसके बाद अब ये सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या अफगानी भारत में भी शरण ले रहे हैं? नेपाली गृह मंत्रालय ने इसपर बड़ा बयान दिया है...

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 11:05 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 11:05 PM (IST)
तालिबान हुकूमत से तंग अफगानिस्तान के नागरिक बनें शरणार्थी, नेपाल के बाद भारत में भी एंट्री?
अफगानिस्तान के नागरिक ले रहे दूसरे देशों में शरण!

संवाद सूत्र, जोगबनी (अररिया)। अफगानिस्तान में तालिबान की हुकूमत के बाद वहां के स्थानीय लोग अब पलायन कर रहे हैं। अफगानिस्तान के लोग नेपाल में शरणार्थी के रूप में आ रहे हैं। ये पहले सिर्फ आशंका थी लेकिन सोमवार को नेपाल की राजधानी काठमांडू के एक होटल में ठहरे 11 अफगानियों ने इसपर बल दे दिया है। नेपाल पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर लंबी पूछताछ कर चुकी है। बाद में इन्हें अध्यगमन विभाग के हवाले किया गया है।

इस वाकये के बाद भारत व नेपाल की खुली सीमा को चिंता के बादल मंडराते दिख रहे हैं। दरअसल, ओपन बार्डर होने का फायदा उठाकर लोग एक देश से दूसरे देश के बीच आसानी से आवागमन करते हैं, ये कोई नयी बात भी नहीं है। वहीं म्यंमार सहित अन्य देशों के नागरिक खुली सीमा व काठमांडू में रहे राष्ट्रसंघीय शरणार्थी उच्च आयोग के कार्यालय (यूनएचसीआर) के कारण कुछ दिनों से अफगानी नागरिक नेपाल प्रवेश करने का अनुमान नेपाल सरकार के गृह मंत्रालय का है, इसके पीछे मुख्य कारण यूएनचसीआर में शरण व भरण पोषण के लिए दिये जा रहे मासिक वेतन भी मुख्य कारण बताया जा रहा है।

नेपाल गृह मंत्रालय ने दिए सख्ती के निर्देश

सोमवार को 11 अफगानी नेपाल प्रवेश कर रहने की सूचना पर गृह मंत्रालय के द्वारा जारी सूचना के 11 अफगानी नागरिक काठमांडू से हिरासत में लेने की बात कही गयी है, जिसमे आठ पुरुष व तीन महिला सहित 8 वर्ष, 11 व 17 वर्ष के बच्चे भी हैं।

नेपाल गृह मंत्रालय के द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार त्रिभुवन विमानस्थल के आगे रहे फेसबुक होटल से इन सभी अफगानी को हिरासत में लिया गया है वही इन लोगो के द्वारा सुनौली नाका होते हुए काठमांडू आने की बात कही है। नेपाल सरकार की मानें तो पिछले कुछ दिनों से भारत-नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाकर नेपाल में विभिन्न देश के नागरिक सहज रूप से प्रवेश कर रहे हैं। इसमे सबसे ज्यादा संख्या भारत के रास्ते म्यंमार व अफगानी नागरिक की है। इसका मुख्य कारण खुला सीमा शरणार्थी का मान्यता पाने की लालसा में विदेशी नागरिक नेपाल के विभिन्न स्थान में पहुंच जाते हैं, इसमें से कई शरणार्थी व असाइलम सिकर बन अमेरिका, कनाडा तथा आस्ट्रेलिया भेजे जाने के प्रलोभन में फंस कर भी नेपाल अवैध तरीके से पहुंचते हैं।

अवैध रूप से नेपाल प्रवेश का मुख्य कारण झापा का भूटानी शरणार्थी कैम्प भी ।

अवैध रूप से नेपाल प्रवेश का मुख्य कारण में से एक प्रदेश एक के झापा में रहे भूटानी शरणार्थी कैम्प भी माना जाता रहा है, यहां रह रहे भुटानी शरणार्थी काफी संख्या में पश्चिम देश जा चुके है, जिसके कारण भी काफी संख्या में विदेशी नागरिक नेपाल पहुंचते हैं। नेपाल सरकार के द्वारा सिर्फ दो देश के नागरिक को शरणार्थी का मान्यता प्रदान किया है। नेपाल सरकार के द्वारा हाल तक सिर्फ दो देश के नागरिक को शरणार्थी का मान्यता प्रदान किया है, जिसमे भुटानी व तिब्बतीयन नागरिक को सिर्फ शरणार्थी के रूप में मान्यता है सिर्फ इन दो देश के नागरिक को नेपाल के अंदर सहज रूप से रहने की अनुमति है ।

नेपाली गृह मंत्रालय के प्रवक्ता फणीन्द्रमणी पोखरेल के अनुसार भारत नेपाल की खुली सीमा है, अन्य देश के जैसे नेपाल की सीमा क्षेत्र में सख्ती नही होने से नेपाल में विदेशी नागरिक के द्वार सहज रूप से प्रवेश कर जाते हैं। शंकास्पद नागरिक तथा परिपचय पत्र न रहे नागरिक को खुला सीमा से प्रवेश पर सख्ती के निर्देश देने की बात प्रवक्ता पोखरेल ने कही है साथ ही सभी बीओपी को भी सख्ती के निर्देश दिए गए हैं। प्रवक्ता पोखरेल के अनुसार सीमा इलाके सहित अन्य स्थान में अपरिचित चेहरा या शंकास्पद लगने पर पुलिस को हिरासत में लेने का निर्देशन देने की बात कही है।

प्रवक्ता पोखरेल के अनुसार, नेपाल प्रवेश किये अफगानी को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है, यह लोग नेपाल कैसे प्रवेश किए, कहां चूक हुई? इसकी जांच जारी रहने की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अन्य प्रमाण मिलने पर व अध्यागन के नियमविपरीत होने पर स्वदेश भेजे जाने की बात भी गृह मंत्रालय ने कही है।

रुपन्देही नाका में परिचयपत्र के आधार पर प्रवेश की तैयारी

रुपन्देही के सहायक प्रमुख जिला अधिकारी कमल रसाद पांडे के अनुसार अफगानी नागरिक कैसे सीमा नाका से नेपाल प्रवेश किया इसका जाच जारी है। इस नाका से विदेशी नागरिक प्रवेश किये जाने की बात सार्वजनिक होने पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त किया गया है इस नाका से परिचयपत्र देख कर ही विदेशी नागरिक को नेपाल प्रवेश की तैयारी की बात कही है।  सहायक जिला अधिकारी पांडे के अनुसार काठमांडू पहुंचे अफगानी नागरिक किसके माध्यम से काठमांडू पहुंचे इसका भी अध्ययन किया जा रहा है। खुला सीमा होने के कारण यातायात के साधन सहज होने से भीड़ का फायदा भी उठा जाने की बात सहायक जिला अधिकारी पांडे ने कही है लेकिन अब सीमा में जांच में सख्ती की बात कही है प्रशासन के द्वारा शंकास्पद व्यक्ति को परिचयपत्र देख कर ही प्रवेश देने का निर्देशन जारी करने की बात कही है ।

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