चिराग पासवान ने पूर्णिया में बिहार सरकार पर साधा निशाना, बोले-पूरी तरह फेल हैं CM नीतीश, केंद्र की योजना को भी नहीं किया लागू
चिराग पासवान पूर्णिया आए हुए हैं। उन्होंने यहां केंद्र सरकार की योजना की जमकर तारीफ की। कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री केंद्र की योजनाओं को यहां लागू नहीं करवा पा रहे हें। वे फेल हो गए हैं। यहां रहने में लोगें को डर लगता है।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। जमुई के लोजपा सांसद चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार में बेरोजगारी चरम पर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनावी घोषणापत्र में 19 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन आज आधे लोगों को भी वे रोजगार नहीं दे सके हैं। मुख्यमंत्री बिहार में पूरी तरह फेल हो गए हैं। चिराग पासवान पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की जयंती पर उनके गांव के नगर प्रखंड के बैरगाछी गांव पहुंचे तथा वहां रात्रि भोज में शामिल हुए। बुधवार को वे संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बिहार में स्थिति यह है कि सरकारी कार्यालयों में साढे पांच-छह लाख नियुक्ति पेंडिंग है। अगर सरकार बैकलॉग को ही पूरा कर दें तो बड़ी संख्या में शिक्षित युवाओं को नौकरी मिल जाएगी। बिहार में औद्योगिक क्षेत्र में भी विकास नहीं के बराबर हुआ है। जिस कारण यहां के युवा दूसरे प्रदेशों में पलायन कर रहे हैं और यह राज्य एक बुजुर्ग प्रदेश बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि कोई भी निवेशक यहां निवेश के लिए इच्छुक नहीं है। यहां की कानून व्यवस्था के कारण बड़े निवेशक बिहार आने से कतराते हैं। मुख्यमंत्री अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए कभी भगवान के अस्तित्व पर तो कभी दूसरे धार्मिक भावनाओं के नाम पर लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं। यहां भ्रष्टाचार चरम पर है। अपराध भी ज्यादा है। लोगों को यहां डर लगता है।
चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में बिना पैसे के किसी भी कार्यालय में कोई काम नहीं हो पा रहा है। डबल इंजन की सरकार बिहार में है जरूर लेकिन यहां केंद्रीय योजनाओं को तरजीह नहीं दी जाती है। यहां आवास योजनाओं का सबसे बुरा हाल है। यह फलीभूत नहीं हो पाया है। शौचालय योजना भी फेल है। लोग खुले में शौच जाते हैं।
उन्होंने कहा कि वे बिहार के विभिन्न गांवों में जाकर वहां की समस्याओं को उजागर करेंगे और मुख्यमंत्री को इससे अवगत कराएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी लोगों की समस्याएं जानने के लिए बिना तामझाम के गांव में प्रवास करने का सुझाव दिया। इस दौरान उन्होंने तीन बार मुख्यमंत्री रहे भोला पासवान शास्त्री के आवास को राजकीय धरोहर बनाने की मांग सरकार से की।