भागलपुर के इस पूर्व सीओ पर होगा आरोपपत्र गठित, जानिए... क्या है मामला
कहलगांव अंचल कार्यालय के निरीक्षण में डीएम ने पकड़ी थीं कई गड़बडिय़ां। एडीएम ने आरोपपत्र के प्रारूप को तैयार कर भेजा डीएम के पास। 13 जनवरी को डीएम ने अनुमंडल पदाधिकारी कहलगांव व भूमि सुधार उपसमाहर्ता की उपस्थिति में अंचल कार्यालय कहलगांव का निरीक्षण किया था।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। कहलगांव के पूर्व अंचलाधिकारी नील कुसुम कुमार सिन्हा पर आरोपपत्र गठित होगा। एडीएम (राजस्व) ने आरोपपत्र के प्रारूप को तैयार कर डीएम को भेज दिया है। डीएम के अनुमोदन बाद पूर्व सीओ पर कार्रवाई के लिए विभाग को भेजा जाएगा। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने 13 जनवरी को कहलगांव अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान अंचल कार्यालय में काफी गड़बड़ी सामने आई थी। इसके बाद डीएम ने कहलगांव अंचलाधिकारी को पदमुक्त कर प्रशिक्षु सीओ स्मिता झा को प्रभार लेने का आदेश दिया था।
कार्यालय की जगह आवास पर कराते थे अंचल का कार्य
13 जनवरी को डीएम सुब्रत कुमार सेन ने अनुमंडल पदाधिकारी कहलगांव व भूमि सुधार उपसमाहर्ता की उपस्थिति में अंचल कार्यालय कहलगांव का निरीक्षण किया था। अंचलाधिकारी नील कुसुम कुमार सिन्हा अंचल का कार्य कार्यालय में नहीं कराकर अपने आवास पर करा रहे थे। कार्यालय का अभिलेख भी अपने आवास पर रखते थे। दाखिल-खारिज से संबंधित एक भी अभिलेख अंचल कार्यालय में उपलब्ध नहीं था। अंचलाधिकारी के आवास पर दो निजी व्यक्ति द्वारा राजस्व से संबंधित सरकारी कार्य किया जा रहा था। वहां से अंचल संबंधी अभिलेख सहित कई अन्य संचिकाएं व निर्गत पंजी को जब्त किया गया था। पांच हजार से अधिक दाखिल-खारिज से संबंधित वाद निष्पादन के लिए लंबित थे। अंचलाधिकारी अंचल कार्यालय में न तो बैठते थे और न ही विभागीय कार्य में रूचि लेते थे। अंचल कार्यालय की रोकड़ पंजी की जांच में भी कई त्रुटियां पाई गई थी।
सेवानिवृत कर्नल पर परिचारिका से छेड़छाड़ का आरोप, हंगामा
तिलकामांझी थाना क्षेत्र के सच्चितानंदनगर इलाके में सेवानिवृत कर्नल पर महिला परिचारिका से छेड़छाड़ पर जमकर हंगामा हुआ। परिचारिका ने सेवानिवृत कर्नल पर छेड़छाड़ समेत अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं। बीते छ:ह माह से उसके साथ छेड़छाड़ और दुव्र्यवहार की बात पीडि़ता ने कही है। पीडि़ता अन्य लोगों के साथ बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। इधर तिलकामांझी थानाध्यक्ष महेश प्रसाद ने बताया कि उनके पास पीडि़ता की तरफ से कोई शिकायत नहीं पहुंची है। उधर बिहार राज्य पूर्व सैनिक लीग, भागलपुर के पदाधिकारियों का शिष्टमंडल घटना की जानकारी पर सच्चितानंद नगर पहुंचा। वहां स्थित का जायजा लिया। घटनास्थल पूर्व सैनिकों के अस्पताल को बताया गया था, इसलिए शिष्टमंडल ने वहां का जायजा लिया। शिष्टमंडल ने माना कि अस्पताल की स्थिति बदहाल है। पूर्व सैनिकों के परिवारों और आश्रितों के साथ अस्पताल में दुव्र्यहार किया जाता है। परिचारिका के साथ घटना की सत्यता जानने को लेकर लीग के शिष्टमंडल में शामिल सदस्यों ने पूछताछ भी की। उधर स्थानीय लोगों की माने तो अस्पताल में कुव्यवस्था और आपसी खींचतान के कारण पूर्व सैनिक गुटों में बंट गए हैं।