देवी कुष्मांडा की पूजा कर मांगा आशीष

वासंतिक नवरात्र पर शहर के मंदिरों में धीमी आवाज से भक्ति के गीत बजने लगे हैं। शुक्रवार को देवी के चौथे स्वरुप कुष्मांडा देवी की पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं ने आशीष मांगा। शनिवार को मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंद माता देवी की पूजा की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 04:35 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 04:35 PM (IST)
देवी कुष्मांडा की पूजा कर मांगा आशीष
देवी कुष्मांडा की पूजा कर मांगा आशीष

भागलपुर। वासंतिक नवरात्र पर शहर के मंदिरों में धीमी आवाज से भक्ति के गीत बजने लगे हैं। शुक्रवार को देवी के चौथे स्वरुप कुष्मांडा देवी की पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं ने आशीष मांगा। शनिवार को मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंद माता देवी की पूजा की जाएगी। मंदिरों व घरों में सुबह-शाम आरती भजन श्रद्धा भक्ति से किया जा रहा है।

तिलकामांझी स्थित बजरंगबली मंदिर परिसर, बूढ़ानाथ मंदिर, जिच्छो दुर्गा मंदिर, दिनेश्वरधाम सिकंदरपुर, हड़बड़िया काली मंदिर, अलीगंज, मानिकपुर दुर्गा मंदिर,कुपेश्वरनाथ महादेव मंदिर, संकट मोचन दरबार, मुंदीचक स्थित मां वैष्णो दरबार आदि में कलश स्थापना कर नवरात्र किया जा रहा है। दुर्गा सप्तशती के श्लोकों से वातावरण पवित्र हो रहा है।

कोरोना संक्रमण के कारण इस बार अधिकांश जगहों पर कलश स्थापन कर श्रद्धालु घर में पूजा कर रहे हैं। मंदिर के अंदर पंडित दुर्गा सप्तशती का पाठ कर रहे हैं। बूढ़ानाथ मंदिर सहित अन्य मंदिरों के गेट बन्द होने के कारण श्रद्धालु गेट पर से आराधना कर रहे हैं। परिवार के लोग घर में माता रानी का कीर्तन-भजन शाम में कर रहे है। बढ़ते कोरोना के कारण अब स्वयं लोग बाहर निकलना बंद कर दिया है। आस्था और श्रद्धा के साथ लोग दुर्गा पूजा कर रहे हैं। घर पर ही मनाएं त्योहार : प्रेमानंद गिरी संवाद सूत्र, सुल्तानगंज : सुल्तानगंज स्थित प्रसिद्ध अजगैबीनाथ मठ के स्थानानपति महंत प्रेमानंद गिरी जी महाराज ने श्रद्धालुओं से घर पर ही रह कर त्योहार मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु शुद्ध जल से स्नान आदि से निवृत हो लें और अपने घर के आगन तथा छत पर ही चैती छठ पूजा के अवसर पर अस्ताचल और उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य अíपत करें। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थिति में हमें प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए श्रद्धालु इस वर्ष जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें। उन्होंने कहा कि राम नवमी के अवसर पर भी श्रद्धालु शाति पूर्वक आस्था के साथ पूजा-अर्चना संपन्न करें। पूजन स्थान और मंदिर के आसपास भीड़ इकट्ठा ना करें।

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