CBSE 10th Board 2021 : कोरोना ने एक झटके में परीक्षार्थियों की तैयारियों पर फेरा पानी, छात्रों ने कही ये बातें...

CBSE 10th Board 2021 CBSE 10th Board cancelled CBSE 12th Board postponed कोरोना ने परीक्षार्थी की तैयारी पर पानी फेर दिया। इस साल सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा नहीं होगी। सरकार के इस निर्णय पर जानिए छात्रों ने क्‍या कहा।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 11:15 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 11:15 AM (IST)
CBSE 10th Board 2021 : कोरोना ने एक झटके में परीक्षार्थियों की तैयारियों पर फेरा पानी, छात्रों ने कही ये बातें...
CBSE 10th Board 2021, CBSE 10th Board cancelled, CBSE 12th Board postponed : छात्रों की राय।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। CBSE 10th Board 2021, CBSE 10th Board cancelled, CBSE 12th Board postponed :कोरोना ने एक झटके में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों की तैयारियों पर पानी फेर दिया। 10वीं और 12वीं बोर्ड के ज्यादातर परीक्षार्थियों ने पूरी तैयारी कर रखी थी। दोनों परीक्षा को लेकर शहर में सात केंद्र बनाए गए थे। बोर्ड ने भी बैठक के बाद परीक्षा लेने की कवायद तेज कर दी थी। दरअसल, सीबीएसई 2021 दसवीं और बारहवीं की परीक्षा चार और छह मई से होनी थी। कोरोना के बढ़ते प्रकोप की वजह से दसवीं की परीक्षा रद कर दी गई, 12वीं की परीक्षा अगले आदेश तक टाल दी गई। परीक्षा के लिए शहर में सात केंद्र बनाए गए थे। दसवीं की परीक्षा में करीब सात हजार और 12वीं में पांच हजार बच्चे ने फॉर्म भरे थे।

दसवीं के छात्र हुए मायूस

परीक्षा रद होने के बाद दसवीं के छात्र-छात्राएं काफी मायूस हैं। नवयुग स्कूल के छात्र रौशन कुमार, राहुल कुमार, एसकेपी विद्या विहार के छात्र अभिषके, प्रत्युष, शिवानी, विशाल और रविशंकर काफी मायूस हैं। इनका कहना है कि वर्ष 2020 में लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद थे। ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही थी। परीक्षा को लेकर काफी मायूस थे। इन्होंने बताया कि परीक्षा को लेकर काफी तैयारी कर रखे थे। ऐसे में अचानक परीक्षा रद होने से काफी दुखी हैं। बोर्ड के नए गाइड लाइन का इंतजार कर रहे हैं। बोर्ड की ओर से क्या-क्या तैयारी रहती है। इधर, कई अभिभावकों ने भी परीक्षा रद होने पर नाराजगी जताई। वहीं, कुछ अभिभावकों ने इस फैसले का स्वागत किया है। स्वजनों ने कहा कि संक्रमण से बचाव के लिए सरकार का यह फैसला बच्चों के हित में है। डीएवी स्कूल के प्राचार्य रमेशचंद्र शर्मा ने कहा कि बच्चे किसी तरह का तनाव नहीं लें। ऑनलाइन पढ़ाई चलती रहेगी। तनाव मुक्त होकर करियर पर ध्यान देने की जरूरत है।

रात में कर रहे थे विशेष पढ़ाई

स्कूल बंद होने के बाद ऑनलाइन पढ़ाई हो रही थी। परीक्षा को लेकर काफी उत्सुक थे। लेकिन एक ही झटके में उम्मीदों पर पानी फेर दिया। तिथि नजदीक देख रात में पढ़ाई पर विशेष ध्यान दे रहे थे। यह अलग बात है कि इस तरह उन्हें कितने अंक आएंगे इसमें असमंजस है लेकिन परीक्षा देते तो उन्हें एक-एक अंक का अंदाजा रहता।

-शिवेन कुमार, कक्षा-दस-आनंद राम ढ़ांढनिया स्कूल।

चार जून से दसवीं बोर्ड की परीक्षा शुरू होनी थी। इसके लिए तैयारी जोर-शोर से चल रही थी। अभी कोरोना के कारण स्कूल बंद है। इस लिए ऑनलाइन के साथ-साथ सेल्फ स्टडी पर ध्यान केंद्रित है। उन्होंने कहा कि इस बार तैयारी अच्छी थी इसलिए काफी अफसोस है। अच्छे नंबर आने की उम्मीद है। निराशा जरूर हुई है।

-ऋषि राज, कक्षा-10

परीक्षा समय पर होने से रिजल्ट भी समय पर आता है। इसके बाद आगे की पढ़ाई के बारे में विचार किया जाता है। परीक्षा को लेकर तैयारी चल रही थी। प्रायोगिक परीक्षा भी लगभग समाप्त हो गया था। जल्द से जल्द परीक्षा की तिथि घोषित हो। ङ्क्षजदगी को देखते हुए एक तरह से यह सरकार की ओर से लिया गया निर्णय सही है।

-सत्यम कुमार, डीएवी स्कूल, कक्षा-12

रात में चार से पांच घंटे सिलेबस से पढ़ाई घर पर चल रही थी। कोरोना के कारण परीक्षा को रद कर दिया गया। परीक्षा रद नहीं करना चाहिए। सभी तैयारियां धरी की धरी रह गई। परीक्षा रद नहीं करने की जरूरत थी। बारहवीं की परीक्षा में भी असमंजस की स्थिति है। परीक्षा को लेना चाहिए था।

-अंशु प्रिया, कक्षा-10, आनंद राम ढ़ाढनिया स्कूल।

संयम से काम लें परीक्षार्थी, तनाव से रहें दूर : डॉ. भगत

भागलपुर : जेएलएनएमसीएच के मानसिक रोग विभाग के विभागध्यक्ष डॉ. एके भगत ने कहा कि किसी तरह की परीक्षा रद होने से परीक्षार्थियों को ज्यादा परेशानी होती है। तय समय को देखते हुए छात्र-छात्राएं उसी हिसाब से तैयारी करते हैं। परीक्षा रद या समय आगे बढऩे से पढ़ाई के प्रति तारतम्य टूट जाता है। इस कारण तनाव का माहौल पैदा होता है। लेकिन, कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार की ओर से निर्णय लिया गया है। बच्चों के सेहत का ख्याल रखा गया है। इससे बच्चों को तनाव लेने की जरूरत नहीं है। पहले की तरह घर में रहकर पढ़ाई करें, अभिभावकों के साथ समय व्यतित करें।

कोरोना को ध्यान में रखते हुए इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या चार से बढ़ाकर सात कर दी गई थी। परीक्षा की तैयारी चल रही थी। परीक्षा रद होने और तिथि टल जाने से बच्चों को निराश होने की जरूरत नहीं है। तनाव मुक्त होकर पढ़ाई पर ध्यान दें। -रमेश चंद्र शर्मा, सिटी को-ऑर्डिनेटर, सीबीएसई बोर्ड 

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