खरीक में गंगा नदी में पलटी नाव, सभी मजदूर बचे, लोदीपुर के पास हुई घटना

भागलपुर के खरीक में गंगा नदी में नाव पलट गई। हालांकि इस घटना में सभी मजदूर बच गए हैं। घटना नवगछिया क्षेत्र में हुई है। नाव पर 10 महिला समेत करीब 25 मजदूर सवार थे। सभी लोदीपुर दियारा परबल लगाने जा रहे थे।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 01:20 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 01:20 PM (IST)
खरीक में गंगा नदी में पलटी नाव, सभी मजदूर बचे, लोदीपुर के पास हुई घटना
नवगछिया में नौका दुर्घटना, बाल-बाल बचे सभी मजदूर।

भागलपुर, जेएनएन। खरीक थाना क्षेत्र के लोदीपुर गंगा घाट के समीप बुधवार को गंगा नदी में पलट गई। हालांकि, गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ और नाव पर 10 महिला समेत करीब 25 मजदूर बाल- बाल बच गए। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ दिलीप कुमार, सीओ निशांत कुमार, खरीक थानाध्यक्ष पंकज कुमार, बिहपुर थानाध्यक्ष रणजीत कुमार, परवत्ता थानाध्यक्ष रामचंद्र यादव घटना स्थल पहुंची।

इससे पूर्व सभी लोग सुरक्षित नदी से बाहर निकल चुके थे। इसके बाबजूद आए हुए पदाधिकारियों ने एसडीआरएफ एवं मेडिकल टीम को बुलाए। जिसपर अठगामा एपीएचसी प्रभारी डॉ संत कुमार निराला के नेतृत्व में एम्बुलेंस के साथ मेडिकल टीम और एसडीआरएफ इंस्पेक्टर गणेशजी ओझा के एसडीआरएफ टीम पहुंची। जिसके बाद इंस्पेक्टर ओझा के नेतृत्व में करीब दो घंटे तक नदी में तलाश की गई। जिसके बाद सभी पदाधिकारी संतुष्ट हुए और वहाँ से रवाना हुए। जानकारी के अनुसार गंगा नदी के ही काजीकौरैया घाट पर 10 महिला समेत करीब 25 मजदूर सवार होकर नदी के दुसरे पार स्थित लोदीपुर दियारा परबल लगाने जा रहे थे।

जिसके दौरान रास्ते में ही लोदीपुर गंगा घाट के समीप नाव जाल में फंस गया। जिसके कारण नाव अनियंत्रित होकर नदी में पलट गई और उसपर सभी लोग नदी में डूब गएं, किंतु संयोग से पीछे से आ रही दूसरी नाव पर कुछ तैरने वाले सवार थे। जिसने नाव से नदी में कूद कर सभी डूबे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला लिया। वहीं, एसडीपीओ दिलीप कुमार एवं सीओ निशांत कुमार ने बताया कि इस घटना में कोई छति या हताहत नहीं हुई है।

अक्‍सर हो रही दुर्घटना

भागलपुर के दियारा क्षेत्र में अक्‍सर नौका दुर्घटना होती है। इस क्षेत्र के लोग यात्रा के लिए नाव का प्रयोग करते हैं। खेतों में जाने के लिए नाव का ही सहारा लेना होता है। कमजोर और हल्‍की नाव पर भी काफी संख्‍या में लोग चढ़ जाते हैं। यहां तक के मवेशियों को भी नाव पर पार कराया जाता है।

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