बीएन मंडल विश्‍वविद्यालय : सीनेट और सिंडिकेट की स्‍वीकृति के बाद भी नए कोर्स की पढ़ाई नहीं

बीएन मंडल विश्‍वविद्यालय नए कोर्स शुरू करने की सीनेट और सिंडिकेट से मिल चुकी है स्वीकृति। बीएनएमयू में नए कोर्स की पढ़ाई शुरू होने से छात्रों को मिलेगा फायदा। अब इसका खामियाजा स्थानीय छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 04:51 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 04:51 PM (IST)
बीएन मंडल विश्‍वविद्यालय : सीनेट और सिंडिकेट की स्‍वीकृति के बाद भी नए कोर्स की पढ़ाई नहीं
बीएन मंडल विश्‍वविद्यालय के छात्रों को परेशानी हो रही है।

मधेपुरा [रवि कुमार संत]। बीएन मंडल विवि को शिक्षा का हब बनाने की बात तो दूर अब तक नए विषयों की पढ़ाई अब तक शुरू नहीं हो सकी है। पूर्व कुलपति डॉ. अवध किशोर राय ने विवि में संगीत, नाट्यकला और पत्रकारिकता सहित अन्य नए कोर्स की पढ़ाई शुरू करने की घोषणा की थी। लेकिन विवि में नए कोर्स की पढ़ाई घोषणाओं तक सिमट कर रह गई।  तत्कालीन कुलपति ने तीन साल के कार्यकाल में अपनी घोषणाओं को अमली जामा नहीं पहना सके। विवि में नए कोर्स की पढ़ाई शुरू नहीं होने से छात्र छात्राओं में मायूसी छाई है। अब छात्र संगठन नए कोर्स की पढ़ाई शुरू कराने के लिए विवि के खिलाफ आंदोलन करने का मूड बना लिए हैं। जबकि विश्वविद्यालय में सीनेट और सिंडिकेट की स्वीकृति के बाद भी कई व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू नहीं हो सका है। अब विश्वविद्यालय प्रशासन की लेटलतीफी का खामियाजा स्थानीय छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। व्यावसायिक शिक्षा के लिए क्षेत्र के विद्यार्थियों को आज भी दूसरे विश्वविद्यालयों में नामांकन कराना पड़ता है।    

नए कोर्स शुरू करने को लेकर मिलता रहा है आश्वासन

भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में पत्रकारिता सहित अन्य कोर्स शुरू करने को लेकर छात्रों को पहले भी आश्वासन मिलता रहा। लेकिन संगीत और नाट्य कला जैसे नए विषयों की पढ़ाई शुरू नहीं होने से यहां के छात्रों को पढ़ाई करने के लिए बाहर जाना पड़ता है। इसके अलावा डिप्लोमा इन मास कम्येनिकेशन, डिप्लोमा इन योगा, संगीत, नाट््य शास्त्र, डिजास्टर मैनेजमेंट, गांधी दर्शन सहित अन्य विषयों की पढ़ाई शुरू करने के लिए छात्र लगातार दबाव दे रहे हैं। छात्रों की मांग पर सीनेट और ङ्क्षसडिकेट से भी नए विषयों की पढ़ाई शुरू करने का प्रस्ताव पारित हो चुका है। इसके बावजूद अब तक विवि द्वारा कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। विवि में ऐसे विषयों की पढ़ाई शुरू नहीं होने से कोसी के पिछड़े इलाके के छात्रों को या तो दूसरे विवि में जाना पड़ता है या वे आर्थिक अभाव के कारण अपनी पढ़ाई नहीं कर पाते हैं।  कुलपति डॉ. आरकेपी रमण ने अपने योगदान के बाद कहा था कि जल्द ही नये विषयों को खोलने के लिए सरकार और राजभवन से स्वीकृति ली जाएगी। लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है।

छात्र संगठनों ने विवि प्रशासन को दिया आंदोलन का अल्टीमेटम

विवि में नए कोर्सों को खोलने के लिए विभिन्न छात्र संगठनों ने विवि प्रशासन को  आंदोलन का अल्टीमेटम दिया है। यद्दपि विवि द्वारा पढ़ाई शीघ्र शुरू करने की बात कही गई है। जबकि बीएनएमयू में स्ववित्त पोषित कोर्स के तौर पर डिप्लोमा इन मास कम्यूनिकेशन, डिप्लोमा इन योगा, डिपलोमा इन डिजास्टर मैनेजमेंट सहित कई कोर्सों के लिए पाठ्यक्रम व नियमावली बन कर तैयार हो चुका है। सरकार और राजभवन से स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजना बांकी है।

नए कोर्स की पढ़ाई जल्द शुरू होगी। महामहिम से सकारात्मक आश्वासन मिला है। नए विषयों की पढ़ाई शुरू करने के लिए अभिषद् से स्वीकृति प्राप्त है। व्यावसायिक व रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के संचालन की दिशा में प्रभावी कदम उठाया गया है।  पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एण्ड मास कम्यूनिकेशन, पीजी डिप्लोमा इन योगा थेरेपी, पीजी डिप्लोमा इन स्ट्रेस मैनेजमेन्ट तथा पीजी डिप्लोमा इन डिजास्टर मैनेजमेन्ट कोर्स शुरू करने की प्रक्रिया को गति दिया गया है। साथ ही पीजी डिप्लोमा इन हाउसिंग सेक्टर एण्ड अर्बन डेवलपमेंट स्टडीज कोर्स शुरू करने की भी योजना है। - डॉ. आरकेपी रमण, कुलपति बीएनएमयू

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