ब्लैक फंगस: जेएलएनएमसीएच में मुंगेर के मरीज की मौत, 15 दिनों से हो रहा था इलाज
ब्लैक फंगस भागलपुर सहित आसपास के जिलों में ब्लैक फंगस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। 15 दिनों से जेएलएनएमसीएच के ईएनटी विभाग में करा रहा था इलाज। ब्रेन भी हो गया था प्राभवित अबतक पांच मरीजों की मौत हो चुकी है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। जेएलएनएमसीएच में इलाजरत ब्लैक फंगस के एक मरीज की शानिवार की रात करीब दो बजे मौत हो गई। वह मुंगेर का निवासी था। अबतक अस्पताल में पांच मरीजों की ब्लैक फंगस से मौत हो चुकी है। छह को रेफर किया गया है। छह का इलाज किया जा रहा है। हालांकि अस्पताल अधीक्षक ने मौत की पुष्टि नहीं की है।
जानकारी के मुताबिक ब्लैक फंगस के शाहकुंड निवासी 50 वर्षीय पुरुष को 15 दिन पहले अस्पताल में भर्ती किया गया था। बताया गया कि ब्लैक फंगस ने ब्रेन को भी प्रभावित कर दिया था। मरीज को न्यूरोसर्जन डॉ. पंकज कुमार ने देखा था। विभाग द्वारा मरीज को रेफर भी किया गया था। लेकिन स्वजन उसे नहीं ले गए। उसे इंफोटेरेसिन बी की इंजेक्शन व दवा भी दी गयी थी। बताया गया कि जब निजी अस्पताल में भर्ती किया गया तो ब्लैक फंगस का असर उसके ब्रेन में भी हो गया था।
अब तक पांच मरीजों की हो चुकी है मौत
अस्पताल में अबतक पांच ब्लैक फंगस के पांच मरीजों की मौत हो चुकी है। मृतकों में भागलपुर और मुंगेर के दो-दो व बांका का एक मरीज शामिल है।
ईफोटेरेसिन बी इंजेक्शन खत्म
अस्पताल में इफोटेरेसिन बी इंजेक्शन दो दिन पहले खत्म हो गया है। ब्लैक फंगस के मरीजों को टेबलेट दिया जा रहा है। कल तक इंजेक्शन पटना से मिलने की उम्मीद है।
हुआ उपकरण का टेंडर
माइक्रो डी वाइडर उपकरण की खरीद के लिए निविदा निकली गयी। दो दिनों में तय हो जाएगा कि कौन की एजेंसी उपकरण खरीदेगी। उपकरण की कीमत करीब 17 लाख रुपये है। उपकरण नहीं रहने की वजह से ब्लैक फंगस के मरीजों का ऑपरेशन नहीं हो रहा था। उन्हें पटना रेफर किया जा रहा है।
लोग चिंतित
ब्लैक फंगस के कारण लोग परेशान हैं। बताया जा रहा है कि कोरोना के बाद लोगों को ब्लैक फंगस का भय सताने लगा है। अस्पताल में इसकी समुचित व्यवस्था नहीं है।