Bihar Shikshak Niyojan: उठी एक से आठवीं तक के लिए नोटिफिकेशन जारी करने की मांग, RJD और पुष्पम प्रिया चौधरी ने कही ये बात
Bihar Shikshak Niyojan के सातवें चरण की बहाली प्रक्रिया को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों ने सरकार से मांग की है। एक से आठ तक के लिए नोटिफिकेशन जारी करने को लेकर वे लगातार इंटरनेट मीडिया पर अपनी बात रख रहे हैं। कई नेता उनकी इस मांग का समर्थन कर रहे हैं।
आनलाइन डेस्क, भागलपुर। Bihar Shikshak Niyojan के तहत छठे चरण की बहाली के लिए काउंसलिंग जारी है। वहीं, सातवें चरण की नियोजन प्रक्रिया के लिए छठे चरण से वंचित रह गए शिक्षक अभ्यर्थी शिक्षा विभाग से मांग कर रहे हैं। एक से आठवीं तक की नियोजन प्रक्रिया के लिए वे नोटिफिकेशन की मांग करते हुए शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्री, वरीय अधिकारियों समेत विपक्षी दलों के नेताओं को इंटरनेट मीडिया में मेंशन कर रहे हैं। इसके लिए बकायदा हैशटैग रविवार को चलाया गया।
हाथों में मेहंदी लगाते हुए शिक्षक अभ्यर्थियों ने अपनी फोटो ट्वीट की, तो वहीं दूसरी ओर विवाहित शिक्षक अभ्यर्थियों के बच्चों के हाथ में बैनर और उसमें लिखी एक से आठवीं तक के नियोजन प्रक्रिया के लिए नोटिफिकेशन की मांग की फोटो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से आगे बढ़ाईं। वहीं, आरजेडी प्रवक्ता चितरंजन गगन ने भी ट्वीट करते हुए लिखा, 'शिक्षकों के लाखों पद अभी रिक्त हैं, जिसका दुष्प्रभाव शिक्षण कार्य पर पड़ रहा है। इसलिए शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी से आग्रह है कि बिना किसी बिलम्ब के रिक्त पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जाए।'
इस बीच प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी की प्रतिक्रिया भी देखने को मिली। उन्होंने हैशटैग का समर्थन करते हुए लिखा, 'पहले जाति-धर्म पर भेद, अब नौकरी के अवसर पर भेद, शिक्षकों में भेद, एसटीईटी-सीटीईटी में भेद, चरणों में भेद, विज्ञापन में भेद, भेदभाव की नीति-नीयत! शिक्षकों की लाखों रिक्तियां हैं तो आप राशन-दुकान क्यों चला रहे हैं? एकमुश्त भर्ती हो।' शिक्षक अभ्यर्थी लगातार अपनी आवाज उठाने वालों को टैग करते हुए मन की बात लिख रहे हैं। ये पहली बार नहीं है कि इंटरनेट मीडिया पर शिक्षक अभ्यर्थियों ने ऐसा किया हो। छठे चरण के लिए अभ्यर्थियों ने ऐसी कई मुहिम चलाई हैं। सातवें चरण में एसटीईटी-सीटीईटी (दिसंबर-जनवरी) पास अभ्यर्थियों की मांग पर वे लगातार समर्थन कर रहे हैं।
शिक्षक अभ्यर्थियों में कुमुद, अंजली, आयशा, सजेदा, पप्पू, राहुल, अविनाश, अभिषेक, राकेश, नरेश, गुलमोहर समेत कइयों ने बताया कि शिक्षा मंत्री जी ने आश्वासन जरूर दिया है कि जल्द से जल्द सातवें चरण की प्रक्रिया शुरू होगी लेकिन हम चाहते हैं कि उसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी हो। छठे चरण के नियोजन की प्रक्रिया में कितना विलंब हुआ ये सभी जानते हैं। 2019 में निकली इस प्रक्रिया के लिए कोर्ट के चक्कर काटने पड़े। बता दें कि बिहार में आखिरी बार 2015 में शिक्षकों की भर्ती हुई थी। गौरतलब हो कि बिहार में 3 लाख से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली पड़े हुए हैं। ऐसे में छठे चरण के बाद भी लाखों खाली रह जाएंगे, जिसके लिए सातवें चरण के तहत बहाली होनी है।