Bihar: बांका के इस प्रखंड में 200 एकड़ जमीन पर होगा कतरनी धान की खेती
बांका जिला कतरनी धान के पैदावार के लिए जाना जाता है। जिले का सिंहनान प्रखंड में कतरनी धान की और बेहतर उपज कराने के लिए 200 एकड़ जमीन उपलब्ध कराया गयाा गया है। इसकी कतरनी धान की तैयारी होगी।
जागरण संवाददाता, बांका। दो दशक पूर्व किसानों द्वारा वृहद पैमाने पर कतरनी धान की खेती की जाती थी। लेकिन अब इसका उचित कीमत नहीं मिलने से इससे मुंह मोड़ रहे हैं। क्षेत्र के चिलकावर, असौता, नवादा गोपालपुर, लहुरिया, मोहनपुर, जगरनाथपुर, डुमरिया, डरपा, खिड्डी, खुशहालपुर, भगवान पुर, सिंहनान आदि गांवों के किसान परम्परागत तरीके से कतरनी धान की खेती करते थे।
किसान जयप्रकाश सिंह, उमेश यादव, रामाकांत साह ने बताया कि धान का सही कीमत नहीं मिलने एवं सरकारी सहायता के अभाव में इसकी खेती करना घाटे का सौदा साबित हो रहा है। स्थिति यह है कि यहां के किसान अभी कतरनी धान की खेती को छोड़कर मोटे किस्म के धान की खेती करना फायदेमंद समझ रहे हैं। क्योंकि इसका उपज ज्यादा है और आमदनी भी अधिक है।
कृषि विभाग के माध्यम से इस वर्ष सिंहनान पंचायत में लगभग 200 एकड़ जमीन में वैज्ञानिक तरीके से कतरनी धान की खेती कराने की योजना है। प्रखंड उद्यान पदाधिकारी सरोज कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम उन्नयन योजना के तहत कतरनी धान का चावल एवं चूङा तैयार करने व पैकेजिंग कर इसकी बिक्री करने के लिए मिल लगाने के लिए 25 लाख से पांच करोङ रुपए ऋण देने का प्रावधान है। इसमें 35 प्रतिशत अनुदार भी दिया जाएगा। अगर यह उद्योग यहां लग जाता है तो किसानों को कतरनी धान का वाजिब कीमत मिल सकेगा।