नीतीश के विधायक ने थानेदारों पर निकाली भड़ास, 'ये ना तो नेता के हैं और ना ही जनता के'
Bihar Politics नीतीश के दबंग विधायक गोपाल मंडल अब थानेदारों पर भड़क गए हैं। उन्होंने कहा है कि ये न तो नेता के हैं और न ही जनता के। बढ़ते अपराध के लिए केवल और केवल ये जिम्मेदार है। उन्होंने इसके लिए...!
आनलाइन डेस्क, भागलपुर। हमेशा विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले जदयू के दबंग विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल (Dabang MLA Narendra Kumar Neeraj Gopal Mandal) अब थानेदारों से खफा हैं। वे नवगछिया के परबत्ता और ईस्माइलपुर थानेदारों की कार्यशैली से खासे नाराज दिख रहे हैं। उन्होंने कहा है कि ये दोनों थानेदार न तो जनप्रतिनिधियों (नेता) के है और न ही जनता के हैं। दोनों में से किसी की नहीं सुनते हैं।
इस सबंध में उन्होंने पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि इन दोनों की खराब कार्यशैली की वजह से क्षेत्र में अपराध बढ़ रहा है। कांडों की समीक्षा करने पर ये सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होने कहा है कि वे लोग बड़े लोगों की तरफ से मजदूर वर्ग और गरीब लोगों को परेशान करते हैं। मेरे जैसे जनप्रतिनिधियों की भी बात सुनने को तैयार नहीं है।
पहले भी पुलिस की कार्यशैली पर उठा चुके हैं सवाल
गोपाल मंडल पहले भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं। साथ ही पुलिस मुख्यालय को भी लिख चुके हैं। लाकडाउन के दौरान इसी साल बैरिकेडिंग खोलने के कारण भी वह विवादों में घिरे रहे। तब भी उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। कुछ दिन पहले तो उन्होंने यहां तक कह दिया था कि शराब तस्करों से पुलिस वालों की मिलिभगत है।
डिप्टी सीएम के सामने अफसर से बोले- कूट देंगे
विवादों और विवादित बयानों से गोपाल मंडल का पुराना नाता है। दो दिन पूर्व शहर में डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद थे। वे नगर निगम के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। बैठक में रोड किनारे कूड़ा गिराने का मामला उठा। आरोप सिटी मैनेजर पर लगा। इसके बाद गोपाल मंडल ने कहा, ऐसे अफसरों को पीटने की जरूरत है। लात का देवता बात से नहीं मानता, मै रहता तो इसे कूट देता। कुछ देर तक बैठक में सारे लोग सन्न रह गए। बाद में डिप्टी सीएम के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। हालांकि उसके बाद गोपाल मंडल बैठक छोड़ कर चले गए।