Bihar Politics: नागमणि कुशवाहा ने CM नीतीश कुमार और लालू यादव पर साधा निशाना, बोले- 31 साल बिहार बेहाल
Bihar Politics जमुई पहुंचे नागमणि कुशवाहा ने लालू यादव की पार्टी राजद के 15 साल और नीतीश कुमार सरकार के 16 सालों पर निशाना साधा। उन्होंने 30 सितंबर को नई पार्टी बनाने के संकेत दिए हैं। क्या कुछ कहा पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पढ़ें...
संवाद सहयोगी, जमुई। Bihar Politics: पूर्व समाजिक न्याय केंद्रीय मंत्री नागमणि कुशवाहा रविवार को जमुई पहुंचे, जहां स्थानीय परिसदन भवन में मीडिया कर्मी से मुखातिब होते हुए बिहार सरकार पर जमकर भड़ास निकाला। उन्होंने लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि राजद के 15 साल और नीतीश के 16 साल से जनता उब चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनका प्रदेश नहीं संभल रहा है। जनता भ्रष्टाचार के चक्की में पीस रही है। कानून व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। उन्होंने नये पार्टी बनाने के संकेत देते हुए कहा कि, पार्टी सत्ता में आते ही सर्वप्रथम शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाएगी। इसके साथ ही कानून व्यवस्था को और भी सख्त और दुरुस्त की जाएगी।
उन्होंने जुडिशरी सर्विस कमीशन बनाकर न्यायलय के बेहतर संचालन में भी अपनी बात रखी। उन्होंने जातीय जनगणना के समर्थन करते हुए इस पर भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी।उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग से सभी समाज को लेकर पार्टी बनाने का निर्णय लिया गया है। जिसमें मुख्यमंत्री और पांच अलग-अलग समाज के उपमुख्यमंत्री होंगे। हमारी पार्टी जनता के बीच सभी मुद्दों को रखेगी। उन्होंने बढ़ते भ्रष्टाचार के लिए सीएम नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की शुरुआत सीएम नीतीश कुमार के कार्यालय से ही होती है, जहां बड़े बड़े अधिकारी के तबादले व अन्य योजना का संचालन पैसा लेकर कराया जाता है। सीएबीआई द्वारा यदि इसकी निष्पक्ष जांच की गई तो सीएम नीतीश कुमार को भी जेल जाना पड़ सकता है।
नागमणि के बयान के मुख्य बिंदु
-मुख्यमंत्री के आस्तीन में पल रहा भ्रष्टाचार,बढ़ गया अपराध -नागमणि कुशवाहा ने दिया पार्टी बनाने का संकेत, 30 सितंबर को होगी पार्टी की घोषणा -मुख्यमंत्री से नहीं संभल रहा बिहार,15 और 16 साल के शासन से उब चुकी है जनता -पैसा लेकर आईएएस, आईपीएस को दी जाती है जिले की कमान -कृषि मंत्री, सामाजिक न्याय अधिकार -29 विधायक के साथ नीतीश कुमार को पहली बार बनाया मुख्यमंत्रीनागमणि ने इसे पुख्ता बताते हुए कहा कि यदि ऐसा नही होता है तो वे राजनीतिक से सन्यास लेलेंगे। नीतीश सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद सूबे में शराब बंदी फेल है। किसानों को उनके माफ़िक सेवाएं नहीं मिल पा रही है। जनता अब एक नया विकल्प चाह रही है। अपनी दावेदारी रखते हुए कहा कि, जब तक उनका समर्थन लालू व नीतीश को मिलता रहा वे सत्ता में रहे। दरोगा, सार्जेंट, डीएसपी, कलेक्टर आदि बहाली में कोइरी व कुर्मी जाति कों प्राथमिकता दी जा रही है। अंत में उन्होंने कहा कि डा. भीमराव अंबेडकर एवं शाहीद जगदेव प्रसाद के नीति सिद्धांत पर ही नए पार्टी का नाम और रूपरेखा आधारित होगा। इसका निर्णय सर्वसम्मति से लिया जाएगा। नए पार्टी की घोषणा 30 सितंबर को पटना में की जाएगी।